विंटर कार्निवाल 2019 का आगाज, सीएम की मौजूदगी में हजारों ने गाया वंदे मातरम
हिमाचल में 8वें राष्ट्र स्तरीय विंटर कार्निवाल की शुरुआत के साथ ही सैकड़ों स्कूली बच्चों ने हजारों लोगों संग वंदे मातरम गाया जिससे माहौल भक्तिमय हो गया।
मनाली, जेएनएन। माता हिडिम्बा के पूजन के बाद मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने झांकियों को हरी झंडी देकर 8वें राष्ट्र स्तरीय विंटर कार्निवाल की शुरुआत की। सीएम और परिवहन, वन एवम युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री ठाकुर गोविंद सिंह की उपस्थिति में सैकड़ों स्कूली बच्चों ने हजारों लोगों संग वंदे मातरम गाया। इस दौरान माहौल भक्तिमय हो गया। कार्निवाल की शुरुआत बच्चों व हजारों लोगों द्वारा माल रोड मनाली में वन्दे मातरम गाकर की जा रही थी। चारों तरफ पहाड़ों में बर्फ़बारी हो रही थी तो मनाली के आसमान से पुष्प वर्षा हो रही थी। सभी हैरान होकर आसमान की ओर निहार रहे थे।
मौसम खराब होने के बावजूद भी एक हेलीकॉप्टर घने बादलों के बीच से निकलता हुआ नजर आया जो कि विंटर कार्निवाल में माहौल को खुशनुमा मनाने के लिए पुष्प वर्षा कर रहा था। बारिश की बूंदों के बीच की गई पुष्प वर्षा ने माहौल को भक्तिमय बना दिया। बच्चों में देश भक्ति का माहौल देखते ही बन रहा था।
इससे पहले सीएम द्वारा झांकियों को हरी झंडी देते ही सर्किट हाउस से माल रोड मनाली तक का क्षेत्र उत्सव के माहौल में रंग गया। देश भर से आई 28 टीमों के साथ मनाली मण्डल के 118 से अधिक महिला मंडलों ने जीवन के विभिन रंगों को प्रदर्शित करते हुए झांकिया निकली। मनाली के परिधि गृह से माल रोड मनाली तक कार्निवाल परेड की झलक देखने को मिली जिसके हजारों सैलानी व स्थानीय लोग गवाह बने। स्थानीय महिला मंडलों की महिलाओं ने एक से बढ़कर एक झांकियां निकालकर विभिन्न संस्कृतियों से रूबरू करवाया। झांकियों को हरी झंडी देते हुए मंत्री गोविंन्द ने कहा कि झांकिया हमारे पारम्परिक परिवेश को दर्शाती है और लाखों पर्यटकों को यहा कि संस्कृति से रूबरू करवाती है।
हमारा सौभाग्य है कि संस्कृति को बढ़ावा देने को हर वर्ष स्थानीय लोगों व महिलाओं का रुझान इस ओर बढ़ रहा है। उन्होंने देश भर से आये सभी पर्यटकों ओर प्रतिभागियों का स्वागत किया और उन्हें को कार्निवाल की बधाई दी। 5 दिन तक चलने वाले कार्निवाल में देश भर की 28 टीमें 21 प्रतियोगिताओं में भाग लेंगी। शरद सुंदरी के ऑडिशन पहले ही ले लिए गए है। इसमें देश भर से 30 सुंदरियों का चयन किया है। कल से शरद सुंदरी प्रतियोगिता का पहला राउंड होगा जिसमें 30 सुंदरियां भाग लेंगी। वायस ऑफ विंटर कार्निवाल के कलाकार भी कल से मनु रंग शाला में धूम मचाएंगे।
कार्निवाल परेड में 28 टीमो सहित महिला मंडल खरोगी, बलसारी, भांडका, जगतसुख, करजां, शुरू, वशिष्ठ, सियाल, अलेउ, चिचोगा, नथान, शनाग, ढुंगरी, शलिंगचा, प्रीणी, छियाल, नसोगी, बराण, मनाली गांव, रायसन, भाटग्रां, भनारा, मनसारी, गायत्री जगतसुख, कौशल, छनाला, जगतसुख, भोष, बाणू, सोयल, गोजरा, गधेरनी, चरानग, कुलंग, चिचोगा, बराण, फलाईन, पारसा, गजां, अलेउ, शामिनाला, सजला, धमसू, सरसेई, खखनाल, रूआड, पलचान, मनाली गांव, 18 मील, बजगाडी, बगाणी, झोल, अरछंडी, काईस, चकलाडी, जटेड, लिंगन, सिमसा, बडाग्रां, कन्याल, छाकी, धामा, बश्कोला, महिली, बंदरोल, जोला, तंदला, कमसारी, सोयल, बैची, जोला, मलोगी, धमसू, रियाडा, छियाल, दशाल, शामंग, फोलल, डेफरी, कलाथ, मझाच, पनग्रां, पूजन, मशाड, बरोन, रूंगा, शिमली, नेरी, डोभा, हिमरी, रेगिन, शलीण, शुरू, पराडी, गधेरनी, अरछंडी, गुमिधार, रामपुर, पिछलीहार व 17 मील के महिला मंडलों सहित कुल 119 महिला मंडलो ने विभिन्न थिम पर झांकी प्रस्तुत की।
पहली बार वंदे मातरम बना कार्निवाल का हिस्सा
1976 में अटल बिहारी वाजपाई पर्वतरोहन संस्थान मनाली के पहले निर्देशक हरनाम सिंह ने शरद खेलों से विंटर कार्निवाल की शुरुआत की थी। 80 के दशक में विंटर खेलों के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम भी जुड़ गए और सोलंगनाला से शुरू हुआ विंटर कार्निवाल मनाली के मनु रंग शाला में पहुंच गया। झांकी सहित शरद सुंदरी प्रतियोगिता भी इसका हिस्सा बन गई। धीरे-धीरे कार्निवाल ने राष्ट्र स्तर का दर्जा हासिल कर लिया। लेकिन कार्निवाल में स्कूली बच्चों द्वारा हजारों लोगों संग बंदे मातरम पहली बार गाया गया।