वाया श्रीनगर आएंगे लेह में फंसे वाहन चालक
जागरण संवाददाता, मनाली : रोहतांग सहित बारालाचा दर्रा में दो नवंबर को हुई भारी बर्फबारी स
जागरण संवाददाता, मनाली : रोहतांग सहित बारालाचा दर्रा में दो नवंबर को हुई भारी बर्फबारी से लेह में फंसे वाहन चालकों ने हिम्मत नहीं हारी है। उन्होंने जोजिला पास से श्रीनगर होते हुए घर की राह पकड़ ली है। वे करीब 1100 किलोमीटर की दूरी तय कर घर पहुंचेंगे।
रोहतांग व बारालाचा दर्रा बंद हो जाने से मनाली के 14 वाहन चालक लेह में फंसे हैं। सेना की रसद लेकर मनाली होते हुए लेह गए 60 से अधिक वाहन भी फंस गए हैं। चालकों को उमीद थी कि बीआरओ बारालाचा दर्रे को बहाल कर उन्हें राहत देगा। बीआरओ ने रोहतांग बहाली के बाद बारालाचा दर्रे को बहाल करने की बात कही थी, लेकिन मौसम विपरीत होने के बाद बीआरओ ने इससे मना कर दिया है। इससे लेह में फंसे वाहन चालक ¨चतित हो उठे लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। सभी वाहन चालक एक-दूसरे की मदद करते हुए 1100 किलोमीटर लंबी दूरी तय कर अपने घर को निकल पड़े। लेह में फंसे लाहुल के पर्यावरण प्रेमी और राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता किशन लाल ने बताया कि सभी वाहन चालकों ने बैठक कर जोजिला पास होते हुए श्रीनगर मार्ग की राह पकड़ ली है। सैलानी तो हवाई सेवा से दिल्ली निकल गए, लेकिन वाहन चालक ऐसा नहीं कर सके। लेह में फंसे मनाली और लाहुल के सभी चालक जोजिला पास होते हुए निकल आए हैं। जोजिला पास में भी डेढ़ से दो फीट बर्फ है, लेकिन इस मार्ग को बीआरओ की हिमांक परियोजना ने बहाल रखा है। उधर, सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के कमांडर कर्नल एके अवस्थी ने बताया की मनाली-लेह मार्ग अब अगले साल ही बहाल हो पाएगा।