लेह व लाहुल के लिए यातायात बहाल, बर्फबारी के बाद से था बंद
बर्फबारी के बाद रोहतांग सरचू के बारालाचा और स्पीति के शिंकुला दर्रे पर वाहनों की आवाजाही शुरु हो गई है लेकिन अचानक बर्फबारी होने से कभी भी राहगीरों को परेशानी हो सकती है।
मनाली, जेएनएन। लाहुल व मनाली में धूप खिलते ही रोहतांग दर्रे सहित सरचू के बारालाचा और स्पीति के शिंकुला दर्रे में वाहनों की आवाजाही सुचारू हो गई है। वीरवार 11 बजे के बाद रोहतांग दर्रे को सभी वाहनों के लिए बहाल कर दिया गया। लेह से मनाली आ रहे वाहन जो सरचू में रुके थे, वो भी मनाली की ओर निकल आए हैं। लेह जाने वाले वाहनों को दारचा में रोका गया था। वो वाहन भी आज लेह की ओर निकल गए।
हालांकि वाहनों की आवाजाही इन सभी दर्रो में सुचारू हो गई है लेकिन अचानक होने वाली बर्फबारी कभी भी राहगीरों के लिए मुसीबत बन सकती है। पहली बार दारचा से जुड़ी जांस्कर घाटी में भी वाहनों की आवाजाही शिंकुला दर्रे में हो रही बर्फबारी से प्रभावित हो रही है। मनाली लेह मार्ग पर 15 अक्टूबर के बाद दिक्कत बढ़ सकती है। सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मनाली-लेह मार्ग आधिकारिक तौर पर बंद हो जाएगा। हालांकि बीआरओ इस मार्ग पर अभी अपने कार्य को अंजाम दे रहा है, लेकिन अचानक होने वाली बर्फबारी मुश्किल पैदा कर सकती है।
एचआरटीसी केलांग के आरएम मंगल मनेपा ने बताया कि दोपहर बाद मनाली केलांग मार्ग पर बस सेवा शुरू हो गई है। लाहुल घाटी के अंदर बस सेवा सुचारू है। बीआरओ कमांडर कर्नल उमाशंकर ने बताया कि रोहतांग, शिंकुला, बारालाचा सहित कुंजम दर्रे में वाहनों की आवाजाही सुचारू हो गई है। बीआरओ मनाली- लेह मार्ग पर जगह-जगह अपने सड़क मरम्मत कार्य को अंजाम दे रहा है।
रास्ते में हांफ रही निगम की बस
सरकाघाट-टिहरा-संधोल रूट पर परिवहन निगम की खटारा बसें चलाई जा रही हैं। इससे यात्रियों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। सरकाघाट से वाया टिहरा-लखरेहड़ होकर संधोल आने वाली सड़क करीब 20 पंचायतों को जोड़ती है। इन पंचायतों की हजारों आबादी के लिए सरकाघाट डिपो द्वारा खटारा बसें भेजी जा रही हैं। ये बसें बीच रास्ते खराब होने से यात्रियों को दूसरी बस के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है। इससे वह समय पर गंतव्य तक नहीं पहुंच पाते। बुधवार रात को संधोल से लखरेहड़ जाने वाली बस दयोल के पास खराब हो गई। इससे यात्रियों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। चालक-परिचालक भी रात को भूखे सोने पर मजबूर हो गए।
चालक का कहना है कि सड़क की हालत भी खराब है। इससे गाड़ियों में तकनीकि खराबी आ रही है। स्थानीय लोगों राजेश, राकेश, कुलदीप भरमोरिया, भागमल ने बताया कि सरकाघाट डिपो से टिहरा संधोल रूट पर खटारा बसें आती हैं। इससे लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। पिछले हफ्ते एक बस के तीन टायर कून गांव में पंक्चर हो गए। दूसरी बस के दो टायर कनूही गांव में पंक्चर हो गए। उधर, क्षेत्रीय प्रबंधक सरकाघाट नरेंद्र शर्मा का कहना है कि इस रूट की ये समस्या उनके संज्ञान में आ गई है और वह कारणों का पता लगाकर जल्द उनका निराकरण करेंगे।
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