व्यापारियों ने मांगा आयकर सीमा में सरलीकरण
हिमाचल प्रदेश में नौ मार्च को पेश किए जाने वाले आम बजट को लेकर कुल्लू के व्यापारिक वर्ग का
हिमाचल प्रदेश में नौ मार्च को पेश किए जाने वाले आम बजट को लेकर कुल्लू के व्यापारिक वर्ग को काफी उम्मीदें हैं। व्यपारिक वर्ग का कहना है कि जब से जीएसटी लागू किया गया है, तब से आज तक इससे छोटे व्यपारियों को सबसे ज्यादा परेशानी आ रही है। इस बजट पर आम लोगों की निगाहें टिकी हैं। मसलन आम आदमी की यदि बात करें तो वह कुछ चीजों में कमी के लिए हमेशा सरकार की ओर बड़ी हसरत भरी नजरों से देखता रहता है। उसके लिए बजट का अच्छा या फिर बुरा होना भी इसी बात पर निर्भर करता है कि उसको इस बजट से क्या मिला। लिहाजा इस बार भी आम आदमी को इस बजट से पहले जैसी ही अपेक्षाएं हैं। जागरण टीम, कुल्लू, मंडी।
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बजट से व्यापारियों को बहुत उम्मीद है। आयकर सीमा में छूट होनी चाहिए। वहीं इसका टैक्स भरने की प्रकिया भी सरल होनी चाहिए। आयकर रिटर्न भरने की प्रक्रिया को सरल करना चाहिए। जीएसटी में छोटे व्यापारी को और छूट मिलनी चाहिए।
-हर्ष, कुल्लू।
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मौजूदा समय में एलपीजी सिलेंडर के दाम आसमान पर हैं। वहीं सब्जियों समेत अन्य खाने-पीने की चीजों के दाम भी बढ़ते जा रहे हैं, इसलिए बजट ऐसा होना चाहिए, जिससे खाने की चीजों के दाम कम हों। तभी होटल व ढाबा मालिकों का कामकाज चल सकता है।
-र¨वद्र कुमार वर्मा कुल्लू।
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महंगाई की वजह से जीवनयापन लागत में काफी वृद्धि हुई है। ऐसे में निम्न आय वर्ग को राहत पहुंचाने के लिए आयकर छूट सीमा बढ़ाने के साथ साथ अन्य वस्तुओं के दाम में भी कमी होनी चाहिए, ताकि आम आदमी हर वस्तु की खरीददारी कर सके। इससे व्यापार में भी वृद्वि होगी।
-पवन कुमार व्यपारी कुल्लू।
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आयकर भरने के लिए एसटी पोर्टल को और सरल किया जाए। पीढि़यों से चली आ रही हस्तकला को बढ़ावा देने के लिए उन पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। इसके इतर बजट में व्यापारी वर्ग सुविधा देनी चाहिए।
-हुक्कम कसोल कुल्लू।
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सोने पर लग रही कस्टम ड्यूटी को कम किया जाए। इसकी वजह से सोने की तस्करी बढ़ रही है और व्यापारी नुकसान में हैं। जीएसटी रिटर्न भरने के लिए तीन बार जाना पड़ता है। सरकार को इस प्रक्रिया को और सरल बनाना चाहिए।
-शैलेंद्र जैन कुल्लू।