दशहरा पर मनाली में फीका रहा पर्यटन कारोबार, अब दिवाली से उम्मीद
जागरण संवाददाता मनाली कोविड-19 के कारण अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव की रौनक इस बार फ
जागरण संवाददाता, मनाली : कोविड-19 के कारण अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव की रौनक इस बार फीकी रही। इसका असर मनाली में भी देखने को मिल रहा है। पर्यटन कारोबार शुरू होता न देख मनाली के 70 फीसद होटल अभी खुले ही नहीं है। दशहरा सीजन में भी मनाली पूरी तरह खाली चल रही हैं। अब पर्यटन कारोबारियों को दिवाली के दौरान पर्यटकों की रौनक बढ़ने का इंतजार है।
मनाली में सैलानियों की चलहकदमी अक्टूबर के पहले सप्ताह में जरूर बढ़ी थी, लेकिन चंद ही दिनों में यहां सैलानियों का ग्राफ फिर घटता हुआ दिखाई दिया। मनाली के पर्यटन कारोबारियों को कुल्लू के अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव से कारोबार को रफ्तार मिलने की उम्मीद थी, लेकिन कोरोना के खतरे के कारण सीमित आयोजन ने उनकी उम्मीदों को भी धराशाही कर डाला।
मनाली के पर्यटन कारोबारी शिव राम, रमन व डोला ठाकुर का कहना है कि मनाली में दशहरा सीजन में जहां होटल सैलानियों से पूरी तरह पैक रहते थे। इस बार हालात कुछ अलग ही दिख रहे हैं। कुल्लू के अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव को देखने के लिए हर साल हजारों पर्यटक देश-विदेश से आते थे। देव महाकुंभ के कारण मनाली का पर्यटन करोबार भी दशहरा सीजन पर चमक उठता था, लेकिन इस बार ऐसा कुछ भी नहीं हो सका। सैलानी कुल्लू दशहरा देखने के लिए जहां एड़वांस में होटलों के कमरों की बुकिग करवाते थे, वहीं इस बार हालात काफी अलग हैं।
होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष अनूप ठाकुर का कहना है कि मनाली में पर्यटकों की चहलकदमी बढ़ नहीं पाई है। घाटी के अधिकतर होटल अभी भी खाली ही चल रहे हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि दिवाली तक पर्यटन कारोबार पटरी पर लौट आएगा।