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Himachal Snowfall: हिमाचल की ऊंची चोटियों पर बर्फ़बारी जारी, रोहतांग दर्रा वाहनों के लिये बंद

Himachal Snowfall हिमाचल की ऊंची चोटियों पर लगातार हो रही बर्फबारी के कारण रोहतांग दर्रा वाहनों के लिए बंद कर दिया गया है।

By Babita kashyapEdited By: Published: Fri, 15 Nov 2019 02:51 PM (IST)Updated: Fri, 15 Nov 2019 02:51 PM (IST)
Himachal Snowfall: हिमाचल की ऊंची चोटियों पर बर्फ़बारी जारी,  रोहतांग दर्रा वाहनों के लिये बंद
Himachal Snowfall: हिमाचल की ऊंची चोटियों पर बर्फ़बारी जारी, रोहतांग दर्रा वाहनों के लिये बंद

मनाली, जेएनएन। मौसम ने एक बार फिर करवट बदल ली है। रोहतांग दर्रे सहित ऊंची चोटियों में बर्फ़बारी का दौर लगातार जारी है। रोहतांग दर्रे में कल रात से लगातार ही रही बर्फ़बारी से लाहुल घाटी का एक बार फिर कुल्लू घाटी से सम्पर्क कट गया है। रोहतांग दर्रा फिलहाल वाहनों के लिये बंद हो गया है। रोहतांग दर्रे सहित ग्राम्फु, कोकसर, सिसु व गोंदला घाटी सहित योचे, दारचा, छिका व रारिक गांव में बर्फ़बारी हो रही है। मनाली की ओर राहनीनाला, मढ़ी, ब्यासनाला, राहलाफाल, गुलाबा, फातरु, धूधी व अंजनी महादेव में बर्फ़बारी हो रही है।

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बीआरओ ने रात 10 बजे रेस्क्यू किये वाहन

रोहतांग दर्रे में फंसे लोगों को बीआरओ ने रात 10 बजे रेस्क्यू किया। मना करने के बाद भी कुछ लोग मनाली से लाहुल की ओर निकल गए। लाहुल से मनाली आ रहे लोग भी राहनीनाला के पार बर्फ में फ़ंस गए जिस कारण दोनों ओर वाहनों की लाइन लग गई। बीआरओ ने सभी वाहनों को रेस्क्यू मढ़ी पहुंचाया। बीआरओ कमांडर कर्नल उमा शंकर ने प्रशासन से आग्रह किया कि वो लोगों को रोहतांग न भेजें।

 

बारालाचा दर्रे सहित जिंगजिंगबार, दारचा की पहाड़ियों, मयाड़ घाटी, घेपन पीक, लेड़ी ऑफ केलंग, कुजुंम जोत, दारचा की पहाड़ियों, शिला पीक, बढ़ा व छोटा शिंगरी ग्लेशियर, नील कंठ जोत सहित समस्त ऊंची चोटियों में बर्फ गिर रही है।  मनाली को ओर रोहतांग दर्रे सहित राहनीनाला, मढ़ी सहित धुंधी जोत, पतालसू जोत, इंद्र किला, लदाखी पीक, सेवन सिस्टर पीक, हनुमान टिब्बा मकरवेद व शिकरवेद की पहाड़ियों, भृगु व दशौहर की पहाडि़यों, सहित सभी धौलाधार की पहाड़ियो में कल दोपहर से बर्फ के फाहे गिर रहे है।

लाहुल के लोगों की नजरें रोहतांग सुरंग पर टिकी

रोहतांग दर्रा बन्द हो जाने से लाहुल के लोगों की नजरें अब रोहतांग सुरंग पर टिक गई है। लोगों की उमीद है कि दर्रा बन्द होने के बाद बीआरओ उन्हें रोहतांग सुरंग से जाने की अनुमति दे देगा। पिछले सप्ताह भी रोहतांग बंद होने के बाद बीआरओ ने 2 हजार से अधिक लोगों को सुरंग के रास्ते भेजा था। इस बार भी हालत ऐसे ही रहे तो लोगों की मुश्क़िलोंका समाधान बीआरओ की कर सकता है। वीरवार को लाहुल स्पीति काँग्रेस ने भी डीसी लाहुल को ज्ञापन देकर सप्ताह में दो बार रोहतांग सुरंग से बस चलाने का आग्रह किया है।

 

बर्बाद हो गई सेब की फसल, बागवान परेशान

लाहुल घाटी में इस बार भी सेब की फसल खराब हो गई है। घाटी में 24 हजार कार्टन सेब के फंसे थे जिनमें कुछ हजार ही कुल्लू पहुंच पाए है। कुछ बागवानों ने तो सेब पेड़ से ही नही उतारे है। बीआरओ द्वारा रोहतांग दर्रा बहाल करने से उमीद जगी थी लेकिन अब दर्रे के फिर से बन्द हो जाने से उमीद धूमिल हो गई है।

मढ़ी व कोकसर में स्थापित की रेस्क्यू

रोहतांग दर्रे में पैदल चलने वाले राहगीरों की मदद को आज लाहुल स्पीति प्रशासन ने पर्वतारोहण संस्थान की मदद से मढ़ी व कोकसर में रेस्क्यू पोस्ट स्थापित कर दी है। यह रेस्क्यू पोस्ट कल से अपनी सेवाएं देना शुरू कर देगी। हालात ठीक रहे तो यह रेस्क्यू पोस्ट 31 दिसम्बर तक अपनी सेवाएं देंगे।

 

मढ़ी व कोकसर में स्थापित की रेस्क्यू

रोहतांग दर्रे में पैदल चलने वाले राहगीरों की मदद को आज लाहुल स्पीति प्रशासन ने पर्वतारोहण संस्थान की मदद से मढ़ी व कोकसर में रेस्क्यू पोस्ट स्थापित कर दी है। यह रेस्क्यू पोस्ट कल से अपनी सेवाएं देना शुरू कर देगी।  उपायुक्त लाहुल स्पीति केके सरोच ने बताया कि रेस्क्यू पोस्ट स्थापित कर ली गई है। यह रेस्क्यू पोस्ट 31 दिसम्बर तक अपनी सेवाएं देंगे।

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