सरचू सीमा को लेकर लेह व कारगिल के लोगों में झड़प
हिमाचल प्रदेश व जम्मू-कश्मीर की सीमा पर सरचू विवाद से जम्मू-कश्मीर के लोग उलझ पडे़ हैं।
मनाली, जेएनएन। हिमाचल प्रदेश व जम्मू-कश्मीर की सीमा पर सरचू में चल रहे सरचू विवाद ने नया मोड़ ले लिया है। जम्मू-कश्मीर के लोग सरचू सीमा को लेकर आपस में ही उलझ पडे़ हैं। रविवार को लेह और कारगिल के लोगों के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि उन्होंने एक-दूसरे पर पथराव शुरू कर दिया। पत्थराव से माहौल तनावपूर्ण हो गया और सरचू में हिमाचल सीमा पर व्यवसाय चला रहे लाहुल घाटी के युवा सहम गए। जम्मू-कश्मीर के लोगों को आपस में उलझता देख हिमाचल पुलिस सतर्क हो गई। हालांकि हिमाचल पुलिस के पास जवानों की संख्या छह ही है। पुलिस जवानों ने मामले को शांत करने का प्रयास किया।
लाहुल घाटी के युवा बलदेव, छेवांग, विशाल, बीरू और आंगमो ने बताया कि रविवार को कारगिल और लेह क्षेत्र के लोग आपस में ही उलझ पड़े। लेह के लोग हिमाचल प्रदेश की सीमा पर अपना हक जता रहे हैं जिससे मामला कभी भी उलझ सकता है। उन्होंने सरकार व लाहुल-स्पीति प्रशासन से आग्रह किया कि सरचू विवाद को शीघ्र सुलझाया जाए। उधर, एसडीएम अमर नेगी ने बताया कि सरचू में कारगिल और लेह के लोगों की आपस में झड़प हुई है। लाहुल-स्पीति प्रशासन सरचू की हर घटना पर नजर रखे हुए है। प्रशासन शीघ्र ही सरचू का दौरा करेगा।
लाहुल घाटी के 25 से अधिक युवा हिमाचल सीमा पर सरचू में अपना व्यवसाय चला रहे हैं। जम्मू-कश्मीर के लोग इस जगह को अपना बताकर युवाओं को तंग कर रहे हैं। विवाद को शीघ्र नहीं सुलझाया तो कभी भी सरचू में अप्रिय घटना घट सकती है।
-सोनम आंगमो, प्रधान, पंचायत दारचा।
लाहुल-स्पीति प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि सरचू की स्थिति का शीघ्र जायजा लें और हिमाचल की सीमा पर जम्मू-कश्मीर के लोगों द्वारा लगाए टेंट हटवाएं। साथ ही उन्होंने दोनों राज्यों के लोगों से आग्रह किया कि वे सर्वे ऑफ इंडिया की निशानदेही का पालन करें। सरचू में व्यवसाय कर रहे लाहुल के पर्यटन व्यवसायियों की सरकार की ओर से यथा संभव मदद की जाएगी।
-डॉ. रामलाल मार्कंडेय, कृषि मंत्री, हिमाचल सरकार।