सैंज की सड़कें खस्ताहाल, खेतों सड़ रही सब्जी-फल
संवाद सहयोगी सैंज भारी वर्षा के कारण सड़कें के बंद होने से सैंज घाटी के किसानों-बागव
संवाद सहयोगी, सैंज : भारी वर्षा के कारण सड़कें के बंद होने से सैंज घाटी के किसानों-बागवानों को नुकसान झेलना पड़ रहा है। वर्षा से तहसील की दुशाहड़, बनोगी, सुचैहण, शांघड़, गाड़ापारली, शैंशर, देहुरिधार, रैला, रैला-दो देवगढ़ गोही, धाऊगी व कनौण पंचायतों की सड़कों व पैदल रास्तों के हालात खस्ता हुए हैं। कई गांवों को भी भूस्खलन से खतरा पैदा हो गया है। सैंज घाटी के मुख्य मार्ग सहित तमाम संपर्क मार्ग ठप हैं। इससे किसानों बागवानों की फल सब्जी मंडियों तक न पहुंचने से खेतों में ही सड़ रही है।
दुशाहड़ पंचायत के दुशाहड़ गांव को जोड़ने वाली जीप योग्य सैंज-दुशाहड़ सड़क का बहली गांव के निकट करीब 20 मीटर हिस्सा भूस्खलन से कटकर नाले तक पहुंच गया। इससे गांव में करीब 10 माला वाहक गाड़ियां फंस गई। इसके अलावा दाड़ूधार-कौंशा, दुशाहड़-देवगढ़ व सैंज-देहुरी, सैंज-़फागला, सैंज-धाऊगी, रोपा-कथियाउगी, घाट-परगाणु, सिउंड-रैला व न्यूली-शैंशर सड़कें भी यातायात के लिए पूरी तरह बंद है। ऐसे में यातायात बहाल न होने से फसलें खराब हो रही हैं। रोपा-सुचैहण-शांघड़ सड़क करीब डेढ़ सप्ताह से बंद है।
पंचायत प्रधान हीरा मेहता सहित विमला देवी, सीता देवी, इंद्रा देवी, सीतावती, गुड्डी देवी, ऐमुना ठाकुर, मथुरा, भगत राम, जोगिद्र सेन सोनी, खिला देवी ने कहा कि गांवों को जोड़ने वाली सड़कें व पैदल रास्ते क्षतिग्रस्त हुए है। भूस्खलन होने से अनेक घरों को खतरा पैदा हो गया। उन्होंने सरकार से मांग है कि लोक निर्माण विभाग को अतिरिक्त मशीनें भेजी जाए। सैंजघाटी की विभिन्न सड़कों को लगातार बहाल करके लोगों को सुविधा देने की कोशिश की जा रही है। विभाग दिन-रात प्राथमिकता के आधार पर सड़कों को यातायात बहाल करने में जुटा है।
-नीरज शर्मा, सहायक अभियंता लोनिवि लारजी।