बीआरओ ने मतदाताओं के लिए रोहतांग सुरंग के द्वार
सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने लाहुल के मतदाताओं के लिए रोहतांग
जागरण संवाददाता, मनाली : सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने लाहुल के मतदाताओं के लिए रोहतांग सुरंग के द्वार खोल दिए हैं। शनिवार को कुल्लू से करीब 500 लोग रोहतांग सुरंग से लाहुल पहुंचे। हालांकि लाहुल से किसी को भी आने की अनुमति नहीं दी गई है। आज सुबह से ही एचआरटीसी बसों में लाहुल के लोगों ने सुरंग से घर की राह पकड़ी है। लाहुल घाटी के अधिकतर लोग कुल्लू व मनाली में रहते है। आरएम केलांग मंगल चंद मनेपा ने बताया कि शनिवार को सुरंग से कुल्लू की ओर से 500 लोगों ने लाहुल का रुख किया। बीआरओ इससे पहले चार बार रोहतांग सुरंग लोगों के लिए खोल चुका है। सीमावर्ती क्षेत्रों को सड़क से जोड़ने वाला बीआरओ एक बार फिर लाहुल के लोगों के लिए फरिश्ता बनकर आया। प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही हवाई सेवा जब सुचारू नहीं चल पाई तो बीआरओ ने एक बार फिर चुनाव आयोग के निर्देश पर लाहुल के लोगों के लिए रोहतांग सुरंग खोल दी। हालांकि यह सुरंग देश के प्रहरियों तक आसानी से पहुंचने और लाहुल के लोगों की सुविधा के लिए ही बनाई जा रही है लेकिन काम व खतरे को देखते हुए बीआरओ लोगो को आने जाने की अनुमति नहीं दे रहा है। इससे पहले भी 22 सितंबर, 2018 को लाहुल घाटी में अचानक भारी बर्फबारी हो गई जिससे सैकड़ों पर्यटक लाहुल घाटी में फंस गए। उस समय भी बीआरओ लोगों व पर्यटको के लिए फरिश्ता बनकर आया और रोहतांग सुरंग से सुरक्षित मनाली भेजा।
कुल्लू रह रहे लाहुल निवासी प्रेम, दोरजे और दीपक ने कहा कि मतदान देना जरूरी है। इसलिए वह आज रोहतांग सुरंग के रास्ते घर जा रहे हैं। उन्होंने बताया वोट देने के बाद उनका मनाली लौटना भी जरूरी है। इसलिए बीआरओ से आग्रह है कि मतदान के बाद लाहुल से कुल्लू आने वाले लोगों के लिए रोहतांग सुरंग खोली जाए।