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रोहतांग दर्रे पर चला बर्फीला तूफान, दोनों छोर से लौटे वाहन; प्रशासन ने जारी की एडवायजरी

बर्फबारी से बंद हुआ रोहतांग दर्रा मंगलवार को वाहनों के लिए बहाल हो गया। रोहतांग दर्रे में ढाई फीट से अधिक बर्फबारी हुई है।

By Rajesh SharmaEdited By: Published: Tue, 12 Nov 2019 01:03 PM (IST)Updated: Tue, 12 Nov 2019 04:29 PM (IST)
रोहतांग दर्रे पर चला बर्फीला तूफान, दोनों छोर से लौटे वाहन; प्रशासन ने जारी की एडवायजरी
रोहतांग दर्रे पर चला बर्फीला तूफान, दोनों छोर से लौटे वाहन; प्रशासन ने जारी की एडवायजरी

मनाली, जेएनएन। बर्फबारी से बंद हुआ रोहतांग दर्रा मंगलवार को वाहनों के लिए बहाल हो गया। लेकिन दोपहर बाद बर्फीला तूफान चलने से लोगों की जान आफत में आ गई। रोहतांग दर्रे पर तूफान चलने के बाद दोनों छोर से वाहन पीछे लौट आए हैं। रोहतांग दर्रे में ढाई फीट से अधिक बर्फबारी हुई है। दर्रे में राहनीनाला से राक्षी ढांक तक भारी बर्फबारी हुई है। हालांकि कृषि मंत्री डॉक्‍टर रामलाल मार्कंडेय और प्रशासन की पहल से बीआरओ ने रोहतांग सुरंग से दो दिन में एक हजार से अधिक लोग सुरंग से रेस्क्यू कर लिए थे। लेकिन अभी भी रोहतांग के दोनों ओर हजारों लोग अपने गंतव्य तक पहुंचने के इंतजार में हैं।

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सोमवार को बीआरओ ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी और रात 11 बजे तक काम करते हुए लाहुल घाटी को कुल्लू से जोड़ दिया। बीआरओ ने तीन दिन कड़ी मशक्कत के बाद बर्फ से दबे रोहतांग दर्रे को बहाल किया है। बीआरओ कमांडर कर्नल उमा शंकर ने स्वयं रात तक मोर्चा संभाला और जवानों की बदौलत रोहतांग दर्रे को फतह किया। लाहुल घाटी के समस्त लोगों व प्रदेश सरकार ने बीआरओ का आभार जताया है।

बीआरओ ने रोहतांग दर्रे को बहाल तो कर लिया है, लेकिन जोखिम अभी बरकरार है। मढ़ी से लेकर कोकसर तक करीब 40 किलोमीटर सफर हल्की सी गलती पर जानलेवा हो सकता है। सड़क में पानी व बर्फ शीशे की तरह जम रहा है। फॉर वाइ फॉर वाहनों में ही दर्रा पार करने की सलाह दी गई है। एसडीएम मनाली रमन घरसंगी ने लोगों से आग्रह किया कि वो खिली धूप के बीच ही सुबह 11 बजे से शाम 3 बजे के बीच दर्रा पार करें। उन्होंने कहा अकेले दर्रा पार करने के बजाय काफिले में सफर करें।

मंगलवार सुबह ही मौसम साफ रहने के चलते दर्जनों वाहनों ने मनाली से लाहुल का रुख किया। मनाली से लाहुल गए अशोक, राजू और दीपक ने बताया कि सड़क तो बहाल हो गई है, लेकिन सड़क पर बर्फ जमने से जोखिम बढ़ गया है। उन्होंने दर्रा बहाल करने के लिए बीआरओ का आभार जताया।

सुरक्षित करें सफर

बीआरओ कमांडर कर्नल ऊमा शंकर ने बताया बीआरओ ने सड़क बहाल कर दी है। उनके सभी जवान बधाई के पात्र हैं, जिन्होंने लाहुल के लोगों की समस्या को देखते हुए रात 11 बजे तक काम किया और दर्रा बहाल किया। उन्होंने कहा रोहतांग दर्रे पर ट्रैफिक सुचारू रखने के यथासंभव प्रयास किए जाएंगे।

15 नवंबर को स्थापित होगी रेस्क्यू पोस्ट

रोहतांग दर्रे में पैदल राहगीरों व वाहनों पर नजर रखने व लोगों की मदद करने को मनाली की ओर से मढ़ी व लाहुल के कोकसर में 15 नवंबर को रेस्क्यू पोस्ट स्थापित की जाएगी। डीसी लाहुल स्पीति केके सरोच ने बताया यह रेस्क्यू पोस्ट 15 नवंबर से अपना काम करना शुरू कर देगी।


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