बड़ी राहत : रोहतांग सुरंग से आवाजाही कर सकेंगे लाहुल निवासी
Rohtan Tunnel open for Lahul People हेलीपैड के आधार पर की गई बुकिंग व वरिष्ठता सूची अनुसार मनाली बस स्टैंड से एचआरटीसी बस द्वारा धुंधी साउथ पोर्टल तक पहुंचाया जाएगा।
मनाली, जेएनएन। लाहुल-स्पीति के उपायुक्त अश्वनी कुमार चौधरी ने कहा कुल्लू व मनाली में फंसे लाहुल के लोगों को घर पहुंचने के लिए वीरवार को बीआरओ संग बैठक की गई। उन्होंने कहा हेलीपैड के आधार पर की गई बुकिंग व वरिष्ठता सूची अनुसार मनाली बस स्टैंड से एचआरटीसी बस द्वारा धुंधी साउथ पोर्टल तक पहुंचाया जाएगा। धुंधी साउथ पोर्टल से बीआरओ के वाहनों द्वारा लाहुल के नॉर्थ पोर्टल तक पहुंचाया जाएगा। वहां से लोग एचआरटीसी की बसों द्वारा अपने गंतव्यों तक पहुंचाया जाएगा। उन्होंने कहा बीआरओ के अधिकारियों को शुक्रवार को सूची सौंपने के बाद लाहुल जाने वालो की लिस्ट तैयार की जाएगी। सभी व्यवस्था सही होने के बाद पहले दिन डाइट, स्टिंगरी व उदयपुर हेलीपेड में आवेदन किए लोगों को भेजा जाएगा। दूसरे दिन बरिंग, रावा, जिस्पा, गोंदला व सिसु के हेलीपेड में आवेदन करने वाले लोगों को घर पहुंचाया जाएगा।
उन्होंने कहा प्रशासन ने मनाली के लाहुल स्पीति भवन को सूचना व बुकिंग केंद्र बनाया है और उड़ान प्रभारी अशोक कुमार को तैनात किया है। लाहुल जाने वाले लोग लाहुल स्पिति भवन में आकर या 941891 39800 नंबर पर संपर्क कर सकते हैं। डीसी ने कहा कि लाहुल घाटी में डीजल की कमी को पूरा करने के लिए एलपीएस के दो और एचआरटीसी के दो टैंकर रोहतांग सुरंग से भेजे जाएंगे, ताकि लाहुल घाटी में बस सेवा सुचारू रखी जा सके। उन्होंमे कहा कि चुनाव संबंधी सामग्री को भी रोहतांग सुरंग से भेजा जाएगा। डीसी ने कहा आपात स्थिति में एंबुलेंस रोहतांग सुरंग से आ जा सकेगी। गौर हो की मंगलवार को शिमला में आयोजित बीआरओ संग राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी की बैठक में रोहतांग सुरंग 20 अप्रैल से लोगों की आवाजाही के लिए खुलने पर सहमति बनी है।
सुरंग के दोनों छोर जुडऩे के बाद चल रहा है फिनिशिंग का कार्य
लगभग नौ किलोमीटर लंबी देश की महत्वाकांक्षी परियोजना रोहतांग सुरंग का कार्य अंतिम चरण पर चल रहा है। बीते वर्ष दोनों छोर जोड़ते ही रोहतांग सुरंग आवाजाही के लिए खुल गई थी। लेकिन लोगों की आवाजाही से बीआरओ का कार्य प्रभावित हो रहा था, जिसे देखते हुए बीआरओ ने आवाजाही पर रोक लगा दी। दोनों छोर जुडऩे के बाद फनिशिंग का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है।
इस साल देश को समर्पित हो जाएगी रोहतांग सुरंग
सभी परिस्तिथिया ठीक रही तो बीआरओ रोहतांग सुरंग को इस साल ही देश को समर्पित कर देगा। रोहतांग सुरंग से आवाजाही शुरू होने के बाद लाहुल घाटी के लोगो के बुरे दिनों का अंत हो जाएगा। लाहुल ले लोग 12 महीने घाटी से बाहर निकल सकेंगे।