सड़क खस्ताहाल, मणिकर्ण आने से कतरा रहे पर्यटक
संवाद सूत्र, कसोल : कसोल व मणिकर्ण में सड़कों की हालत खस्ता होने के कारण हर साल पर्यटक
संवाद सूत्र, कसोल : कसोल व मणिकर्ण में सड़कों की हालत खस्ता होने के कारण हर साल पर्यटकों की संख्या में कमी आ रही है। इस बार जहां समर सीजन में भुंतर-मणिकर्ण सड़क की हालत खस्ता होने के कारण सैलानियों की संख्या में कमी नजर आई है वहीं अब ¨वटर सीजन में भी यदि सड़क की हालत में सुधार न हुआ तो सैलानियों को फिर मणिकर्ण से मुंह मोड़कर मनाली सहित अन्य पर्यटन स्थलों का रूख करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
मणिकर्ण घाटी की सभी सड़कों की हालत आजकल बेहद खराब है। इस कारण सैलानी व श्रद्धालु यहां आने से कतराने लगे हैं। हालांकि भुंतर से शाट तक सड़क की हालत को सुधारा गया है लेकिन शाट से मणिकर्ण तक सड़क खस्ता होने के कारण चालकों, श्रद्धालुओं व पर्यटकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं डूंखरा से मणिकर्ण सड़क खस्ता होने के साथ कई जगहों पर काफी तंग है। सड़क किनारे सुरक्षा के कोई ठोस प्रबंध नहीं हैं। सड़क की हालत खस्ता होने के कारण कई बार हादसे भी पेश आए हैं। इसके बावजूद सुरक्षा नाममात्र की ही है। वहीं मणिकर्ण घाटी के पर्यटन कारोबारियों को भी नुकसान झेलना पड़ रहा है। किसान व बागवान भी सड़क ही हालत से चिंतित हैं। किसानों व बागवानों ने प्रदेश सरकार, जिला प्रशासन व लोक निर्माण विभाग से सड़क की हालत सुधारने की मांग की है।
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पर्यटन व्यवसायी झेल रहे नुकसान
कुल्लू व मनाली में कुछ समय बाद ¨वटर सीजन शुरू होने वाला है। लेकिन सड़कों की खस्ता हालत के कारण पर्यटकों के आने की कम उम्मीद जताई जा रही है। इसका खामियाजा होटल व पर्यटन कारोबारियों को भुगतना पड़ेगा। कुल्लू, मनाली व मणिकर्ण में बागवानी के साथ अधिकतर लोग पर्यटन सीजन पर निर्भर हैं। लेकिन सड़कों की खस्ताहालात व प्रशासन की लचर प्रणाली से लोगों में रोष है।
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मणिकर्ण से शाट तक सड़क को चकाचक करवाया गया है। शाट से जरी, कसोल व मणिकर्ण में जहां सड़क खस्ताहाल है वहां एक करोड़ से टारिंग करवाई जाएगी।
-सुंदर ठाकुर, विधायक, कुल्लू ।