कब बुझेगी रैला के लोगों की प्यास
संवाद सहयोगी सैंज जिला कुल्लू के सैंज उपतहसील की रैला पंचायत की उठाऊ पेयजल योजना में 10
संवाद सहयोगी, सैंज : जिला कुल्लू के सैंज उपतहसील की रैला पंचायत की उठाऊ पेयजल योजना में 10 वर्षों में पूरी नहीं हो पाई। हालांकि स्थानीय लोगों की मांग पर एनएचपीसी कंपनी ने क्षेत्रवासियों को बड़ी सौगात दी थी लेकिन जलशक्ति विभाग की धीमी रफ्तार ने ग्रामीणों का इंतजार काफी लंबा कर दिया। रैला उठाऊ पेयजल योजना का शिलान्यास तत्कालीन मंत्री खिमी राम ने दिसंबर 2011 में किया था और स्थानीय बाशिंदों को जल्द ही लोकार्पित करने का वादा भी कर गए थे, लेकिन निर्माण की गति इतनी धीमी है कि पूरे 10 वर्ष बाद भी लोग योजना का इंतजार ही कर रहे हैं।
क्षेत्र में पानी की कमी से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। 25 गांवों की पांच हजार से अधिक आवादी के लोगों को इस योजना से प्यास बुझानी थी। इसके लिए एनएचपीसी कंपनी ने दो करोड़ रुपये जारी किए थे। परंतु विभागीय लेटलतीफी के चलते क्षेत्रवासियों को आज भी इसका लाभ नहीं मिल पाया है।
रैला पंचायत समिति सदस्य रेशमा देवी, प्रधानों जोगिद्र सेन, खिला देवी उपप्रधानों कैलाश ठाकुर व भगत राम ने कहा कि जलशक्ति विभाग की लेटलतीफी के कारण पंचायतवासियों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। विभाग आम जनता की भावनाओं से खिलवाड़ कर रहा है। इन्होंने कहा कि अगर जल्द इस पेयजल योजना को विभाग ने पूरा नहीं किया तो जल्द ही मुख्यमंत्री तक इस मामले को ले जाएंगे।
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इन गांवों को मिलना था लाभ
रैला पंचायत के शरण, जीवा, बागीधार, खड़ोहा, शुलगा, रूमरा, रैला, डाहरा तथा रैला-दो पंचायत के शेतीटोल, मंझग्रां, गोरण, धल्यारा, घाटसेरी, घाट, भूपन, कमटन, शारण, पाशी व खड़ंगचा सहित करीब 25 गांवों की पांच हजार से अधिक आबादी को लाभ मिलना था।
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रैला उठाऊ पेयजल योजना के कार्य मे लगी जमीन के अधिग्रहण की प्रक्रिया की बजह से कार्य रुका हुआ था अब अधिग्रहण प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और इसकी मुआवजा धनराशि भी जमा हो चुकी है शीघ्र कार्य को आरंभ किया जाएगा।
-वीरी सिंह, सहायक अभियंता जलशक्ति विभाग लारजी।