मर्जी से डायवर्ट कर दिया अमृत योजना का पैसा : महेश्वर
नगर परिषद कुल्लू प्रशासन अमृत योजना के तहत शहर के विकास नहीं करवा पा रही है।
जागरण संवाददाता, कुल्लू : नगर परिषद कुल्लू प्रशासन अमृत योजना के तहत शहर के विकास के नाम पर केवल विनाश कर रहा है। यहां योजनाबद्ध तरीके से काम नहीं हो रहा तथा ऐतिहासिक मैदानों से भी छेड़छाड़ हो रही है। पार्कों का हाल बिगाड़ दिया है। दशहरा उत्सव की तैयारियां होती नहीं दिख रही हैं जबकि उत्सव के लिए 45 दिन बचे हैं। यह आरोप पूर्व सांसद महेश्वर सिंह ने शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में लगाए।
उन्होंने बताया कि अमृत योजना में 65 करोड़ 68 लाख का बजट बना था। इस योजना के तहत जब कुल्लू का चयन हुआ तो उस दौरान उन्होंने नगर के लिए महत्वपूर्ण योजना, जिसमें 96 लाख का ओवर हेड ब्रिज, 46 लाख का सब-वे और दो करोड़ की पब्लिक लिफ्ट बनाने की योजनाओं के लिए बजट अप्रूव किया गया था। वर्तमान में इन तीनों योजनाओं का कोई अता पता नहीं है। उन्हें सूचना मिली है कि इस बजट को अन्य योजनाओं के लिए डायवर्ट कर दिया है। सब-वे और हेड ब्रिज जैसी योजनाओं के लिए ही रथ मैदान के पास मार्ग बनाया गया। इसलिए रथ मैदान को छोटा कर मार्ग बनाने दिया गया। अब इन तीनों महत्वपूर्ण योजनाओं की कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने साफ कहा कि अगर प्रशासन इन योजनाओं काम नहीं कर रहा है तो रथ मैदान के पास बने रास्ते को तोड़ दें। नगर परिषद मैदानों में पार्क बनाकर उनसे छेड़छाड़ कर रही है। मनमर्जी से दीवारें बनाने का काम चला हुआ है। पुराने पार्को का सामान कहां गया है उस बारे किसी को कोई जानकारी नहीं है।
उन्होंने आरोप लगाया कि निजी कंपनी योजनाबद्ध तरीके से काम नहीं कर रही है। उन्होंने सब-वे को नीचे बनाने की बात कही थी, लेकिन तत्कालीन अधिकारियों ने सर्कुलर रिपोर्ट को आगे जोड़ने की बात कही, जिसे बनाने दिया गया। इसी तरह अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव की तैयारियां भी होती नहीं दिख रही हैं। प्रशासन ने अभी तक कोई बैठक नहीं की। उधर, डीसी कुल्लू डॉ. ऋचा वर्मा ने कहा कि दशहरे के आयोजन के लिए बैठकें हो रही हैं। इसके आयोजन की तैयारियां चल रही हैं।
मैदान न सरकार का, न प्रशासन का
महेश्वर सिंह ने कहा कि ढालपुर मैदान न तो सरकार के हैं और न ही नगर परिषद के। उन्होंने कहा कि डीसी इसमें कस्टोडियन हैं। अगर प्रशासन ने सब-वे नहीं बनाना है तो रथ मैदान को खाली करें, ताकि इसका आकार बढ़े और दशहरे में किसी तरह की परेशानी न हो।