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हवा में पैराग्लाइडिंग के नियम

पैराग्लाइडिग करने के लिए नियम तो बने हैं लेकिन उन पर अमल नहीं करना पायलटों को खतरे में डाल देता है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 28 Jan 2020 07:53 PM (IST)Updated: Wed, 29 Jan 2020 06:14 AM (IST)
हवा में पैराग्लाइडिंग के नियम
हवा में पैराग्लाइडिंग के नियम

दविंद्र ठाकुर, कुल्लू

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जिला बिलासपुर में गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान सुरक्षा में चूक होने पर एक बार फिर पैराग्लाइडिंग नियमों पर सवाल उठे हैं। हालांकि पैराग्लाइडिंग करने के लिए नियम तो सख्त बने हैं, लेकिन उन पर अमल नहीं होता। अब तो नियमों को और भी सख्त किया गया है। इसमें पायलटों को गले में लाइसेंस लटकाने होते हैं, लेकिन अभी तक इन नियमों को सख्ती से पालन नहीं हो रहा है। ऐसे भी कई साइटें हैं, जहां से बिना मंजूरी पैराग्लाइडिग करवाई जाती है। पिरड़ी में इसे देखा जा सकता है।

यहां पर नियमों को ठेंगा दिखाकर पायलट ऐसी जगह में लैंडिंग करते हैं, जहां पर साथ में बिजली की तारें और पेड़ होते हैं। ऐसे में हल्की सी लापरवाही पायलट के साथ पर्यटकों की जान पर भारी पड़ सकती है।

नौ दिसंबर को सोलंगनाला में 67 पैराग्लाडर की जांच की गई। इसमें आठ पैराग्लाइडर अनफिट पाए थे। इसके बाद डोभी साइट पर भी जांच की गई, लेकिन यहां पर कोई भी खामी नहीं मिली। इस साल नौ जनवरी को पर्यटन विभाग ने तलोगी साइट में जांच की, जहां पर एक पैराग्लाइडर बिना पंजीकरण के पाया। पायलट का चालान कर विभाग ने एक हजार रुपये वसूल किए। इसके बाद विभाग की टीम ने 25 जनवरी को गड़सा साइट का निरीक्षण किया। यहां नाबालिग को पैराग्लाडिग करवाने के वीडियो की जांच की गई। हालांकि इस मामले में पुलिस भी जांच कर रही है।

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58 नए पायलट

कुल्लू जिले में 16 दिसंबर को पैराग्लाइडिग तकनीक जांच समिति ने डोभी साइट में पैराग्लाइडर पायलट के टेस्ट करवाए थे। इसमें 92 पायलट पहुंचे और 58 पायलट ही पास हो पाए। 34 पायलट को अब दोबारा टेस्ट में पास होना पड़ेगा। अब 58 पायलट ही उड़ान भर रहे हैं।

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जिले में समय-समय पर पैराग्लाइडिंग साइट का निरीक्षण किया जाता है। इसके अतिरिक्त नियमित जांच की जाती है। पायलटों को भी हिदायत दी गई है कि नियमों का उल्लघंन करने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। हादसों के बाद पायलटों की नियमित जांच हो रही है।

-बीसी नेगी, जिला पर्यटन अधिकारी कुल्लू।

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हादसे और मारे गए पायलट व पर्यटक

तारीख,स्थान,घायल,मारे गए पायलट व पर्यटक

26 फरवरी 2018,सोलंगनाला,1,कोई नहीं

14 जून 2018,सोलंगनाला,1,1

15 नवंबर 2018,डोभी,-,1

सात अप्रैल 2019,डोभी,-,2

18 मई 2019,सोलंगनाला,1,1

10 अगस्त 2019,मझाच,1,1

18 नवंबर 2019,डोभी,1,1


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