एनजीटी में सुनवाई नौ को, होटल कारोबारियों की बढ़ी धुकधुकी
होटलों के नियमितिकरण में आड़े आ रहे टीसीपी के मापदंड, एनजीटी में सुनवाई नौ सितंबर को ।
मनाली, जेएनएन। मनाली के होटलों पर नौ सितंबर को एनजीटी में सुनवाई होगी। सुनवाई की तारीख नजदीक आते ही होटल कारोबारियों में धुकधुकी बढ़ गई है। प्रशासन ने मनाली के 580 होटलों की जांच कर एनजीटी को रिपोर्ट सौंप दी है। अधिकतर होटलियर्स ने सरकार के सभी मापदंडों को पूरा किया है। लेकिन कुछ ने टीसीपी के मापदंडों व पर्यटन विभाग की औपचारिकताओं को पूरा नहीं किया है। करीब 260 होटल दोनों विभागों के मापदंडों पर खरा नहीं उतरे हैं।
अधिकतर होटल कारोबारियों का कहना है कि उन्होंने होटलों को विभाग के मापदंडों अनुसार बनाया है। लेकिन कुछ एक कमरे बाद में जोडे़ हैं। होटलियर्स अवैध कमरों को भी नियमित करना चाहते हैं। लेकिन टीसीपी के सख्त मापदंड उनकी राह में रोड़ा बने हैं। मनाली में टीसीपी, पर्यटन विभाग सहित राजस्व विभाग, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने अगल ढंग से होटलों की जांच कर एनजीटी को सौंपी है। होटलियर्स का कहना है कि उन्होंने होटल निजी भूमि पर बनाए हैं। लेकिन टीसीपी के मापदंडों को पूरा न कर पाने की वजह से उनकी दिक्कतें बढ़ी हैं। प्रदेश सरकार टीसीपी के मापदंडों को सरल करती है तो उनकी दिक्कतें कम हो सकती है।
टीसीपी के कठोर मापदंड होटलों को नियमित करने में आडे़ आ रहे हैं। प्रदेश सरकार रिटेंशन पॉलिसी के माध्यम से टीसीपी के मापदंडों को सरल कर होटलियर्स को राहत प्रदान कर सकती है। होटलियर्स पर्यावरण संरक्षण को लेकर गंभीर हैं।
-अनूप ठाकुर, अध्यक्ष, होटल एसोसिएशन, मनाली।
सभी संबंधित विभागों की ओर से दी गई रिपोर्ट एनजीटी को सौंप दी है। नौ सितंबर को एनजीटी में मामले की सुनवाई है। एनजीटी से जो भी निर्देश मिलते हैं, उनका पालन किया जाएगा।
-अक्षय सूद, अध्यक्ष, जांच समीति एवं एडीएम, कुल्लू।