लेह में फंसे वाहनों को बारालाचा दर्रे की बहाली का इंतजार
रोहतांग दर्रे के बहाल होते ही लाहुल में फंसे सैकड़ों वाहन चालकों को तो राहत मिल गई, लेकिन लेह में अभी भी सौ से अधिक वाहन फंसे हुए हैं।
मनाली, जागरण संवाददाता। हिमाचल प्रदेश में पिछले दिनों हुई बर्फबारी से रोहतांग सहित बारालाचा दर्रा बंद हो गया था। इस कारण मनाली से गए वाहन लेह में फंस गए थे। रोहतांग दर्रे के बहाल होते ही लाहुल में फंसे सैकड़ों वाहन चालकों को तो राहत मिल गई, लेकिन लेह में अभी भी सौ से अधिक वाहन फंसे हुए हैं। मनाली और लाहुल के 14 पर्यटक वाहन भी इनमें शामिल हैं। इन सभी वाहन चालकों को बारालाचा दर्रे की बहाली के इंतजार है। अगर बीआरओ बारालाचा दर्रे को बहाल नहीं करता है तो इन वाहन चालकों को लेह से श्रीनगर, जम्मू होते हुए मीलों दूरी तय कर मनाली लौटना पड़ेगा। लेह में फंसे अधिकतर वे वाहन है, जो सेना की रसद लेकर मनाली होते हुए लेह गए थे।
अधिकतर ट्रक लेह के उपसी में फंसे हैं। इन वाहन चालकों को अगर वाया श्रीनगर होते हुए आना पड़ा तो इन्हें 600 किलोमीटर की अधिक दूरी तय करनी पड़ेगी। हालांकि लेह-श्रीनगर मार्ग के जोजिला दर्रे में भी भारी हिमपात हुआ है, लेकिन बीआरओ ने उसे बुधवार को बहाल कर दिया था। लेह में फंसे मनाली के वाहन चालक दोरजे, विशाल और टशी सहित पर्यावरण प्रेमी एवं राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता किशन ठाकुर ने बताया कि लेह में मनाली-लाहुल के 14 पर्यटक वाहन फंस गए हैं। उन्होंने बीआरओ से आग्रह किया कि बारालाचा दर्रा को शीघ्र बहाल किया जाए।
सीमा सड़क संगठन के कमांडर कर्नल एके अवस्थी ने बताया कि प्रशानिक तौर पर मनाली-लेह मार्ग 15 अक्टूर को बंद कर दिया गया है। फिर भी मौसम ने साथ दिया तो बीआरओ बारालाचा दर्रे को बहाल करने का प्रयास करेगा।