हिमाचलः जिंगजिंगबार में भूस्खलन से लेह मार्ग पर बढ़ा जोखिम
लगातार हो रही बारिश से रोहतांग-कोकसर मार्ग पर भी वाहनों की दिक्कतें बढ़ गई हैं। लगभग 10 किलोमीटर का सफर खतरनाक हो गया है।
जागरण संवाददाता, मनाली। लाहुल और मनाली की वादियों में भारी बारिश का क्रम जारी है। रात भर भारी बारिश होने से जगह-जगह सड़क पर पत्थर गिर रहे हैं। जिंगजिंगबार में भूस्खलन से मनाली-लेह मार्ग में जोखिम बढ़ गया है। शनिवार रात को भी जिंगजिंगबार में पत्थर व मलबा गिर गया, जिससे कुछ देर के लिए मार्ग बंद रहा। बीआरओ द्वारा जिंगजिंगबार व भरतपुर में मशीनरी तैनात करने से हालांकि सैलानियों को रात गाड़ी में नहीं काटनी पड़ी, लेकिन मनाली-लेह मार्ग पर राहगीरों की दिक्कतें बढ़ी हैं।
लेह से मनाली आ रहे वाहन चलक दोरजे ने बताया कि शनिवार रात को जिंगजिंगबार के पास भूस्खलन हो जाने से कुछ देर मार्ग बंद रहा, लेकिन बीआरओ की मशीनरी मौके पर होने के चलते राहगीरों को अधिक दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ा। दूसरी ओर स्पीति मार्ग की हालत खस्ता चल रही है। बारिश से मार्ग बाधित नहीं हुआ है, लेकिन छोटादडा में सड़क नाले में तबदील हो गई है। लगातार हो रही बारिश से रोहतांग-कोकसर मार्ग पर भी वाहनों की दिक्कतें बढ़ गई हैं। लगभग 10 किलोमीटर का सफर खतरनाक हो गया है। वाहन चालक प्रीतम ने बताया कि छोटादडा में सड़क की हालत दयनीय हो गई है, लेकिन ट्रैफिक सुचारू है। उन्होंने बताया कि कोकसर से रोहतांग तक बारिश से सड़क दलदल में तबदील हो गई है।
सीमा सड़क संगठन के कमांडर कर्नल एके अवस्थी ने बताया कि बारिश से बीआरओ की दिक्कतें बढ़ी है। उन्होंने बताया कि लेह मार्ग पर वाहनों की आवाजाही सुचारू रखने को जिंगजिंगबार व पटसेउ में मशीनरी तैनात की है। कमांडर ने बताया कि बरसात को देखते हुए बीआरओ सतर्क है और मनाली-लेह, मनाली-काजा और तांदी-संसारी मार्ग पर वाहनों की आवाजाही सुचारू रखने के यथा संभव प्रयास जारी है।