बर्फ की कैद से आजादी के लिए जान जोखिम में डाल किया 13 घंटे पैदल सफर
Lahul people cross Rohtang Pass लाहुल की चंद्रा घाटी के युवाओं ने जान जोखिम में डालकर रोहतांग दर्रा पैदल पार किया।
मनाली, जेएनएन। लाहुल की चंद्रा घाटी के युवाओं ने जान जोखिम में डालकर रोहतांग दर्रा पैदल पार किया है। युवाओं ने 20 फीट मोटी बर्फ की परत को लांघकर न केबल रोहतांग में कदमताल की शुरुआत की है, बल्कि पैदल यात्रियों के लिए रास्ता भी बना दिया है। सर्दियों में इस साल भारी बर्फबारी होने से रोहतांग दर्रे में बर्फ के ऊंचे पहाड़ खड़े हैं। लाहुल के युवा महेश, अशोक, प्रदीप व उपप्रधान मनोज ने यह कारनामा किया है। युवाओं का कहना है वह रात दो बजे सिसु से रोहतांग की ओर निकले। लाहुल के अंतिम गांव कोकसर में सात फीट से अधिक बर्फ जमा है। युवाओं ने सुबह सात बजे रोहतांग दर्रा फतह किया और 13 घंटे सफर करने के बाद शाम तीन बजे मनाली में दस्तक दी।
युवाओं ने बताया लाहुल घाटी में आधारभूत सुविधाए नहीं मिल रही हैं। स्कूली बच्चे घाटी में फंसे हुए हैं। युवाओं ने बताया इस बार भारी बर्फबारी हुई है। जगह-जगह हिमखंड गिरे हैं तथा रिहतांग दर्रे में 20 फीट से अधिक बर्फ जमा है। युवाओं ने कहा मनाली की ओर से बीआरओ गुलाबा से आगे निकल गया है, जबकि लाहुल की ओर सिसु से भी बीआरओ कोकसर की ओर बढ़ रहा है। कोकसर व मढ़ी पहुंचने के बाद पैदल राहगीरों का सफर आसान होगा। एसडीएम केलंग अमर नेगी ने कहा प्रशासन शीघ्र ही सिस्सु कोकसर का दौरा करेगा और हालात सामान्य होने पर कोकसर व मढ़ी में रेस्क्यू पोस्ट तैनात करेगा। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि रेस्क्यू पोस्ट स्थापित होने के बाद ही पैदल दर्रा पार करें।