पेयजल लाइनों को पंक्चर कर जोड़े सैकड़ों अवैध कनेक्शन
पूजा गुप्ता, आनी : गर्मियां बढ़ते ही आइपीएच के आनी मंडल के तहत पेयजल किल्लत ने पांव पसार लिए
पूजा गुप्ता, आनी
गर्मियां बढ़ते ही आइपीएच के आनी मंडल के तहत पेयजल किल्लत ने पांव पसार लिए हैं। पेयजल किल्लत के लिए ग्रामीणों सीधे तौर पर आइपीएच विभाग को जिम्मेवार ठहराया है। आइपीएच के दलाश उपमंडल के तहत आने वाले आनी सदर पंचायत थाबोली, शाई,
बर्गेइधार, अर्था,मातल आदि गांवों में बीते कई सालों से पेयजल किल्लत की समस्या गहरा गई है।
इन गांवों में बीते एक माह से पानी नहीं है। लोगों का आरोप है कि पूर्व में विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत के चलते कंडागई से कष्टा, बारवी, लढ़ोग, थबोली, शाई आदि गांवों को आने वाली लाइन में पानी कष्टा तक आता है, लेकिन उसके आगे पानी नहीं आ रहा है। क्योंकि इस मेन लाइन को कई जगह से अवैध रूप से पंक्चर कर रसूखदारों को कनेक्शन दिए हैं। यही हाल शाई गांव का है।
अपने बगीचे में ¨सचाई के लिए अवैध कनेक्शन लिए हैं। जबकि जिसकी जमीन में टैंक बनाया गया है, टैंक से पानी वितरित होने नहीं दे रहा। लोगों का कहना है कि समस्या को लेकर कई बार आइपीएच दफ्तर का घेराव किया गया, कई बार लिखित शिकायतें दी, व्यक्ति तौर पर लोग मिल चुके हैं, पूर्व कांग्रेस विधायक खूब राम आनंद और वर्तमान भाजपा विधायक किशोरी लाल सागर तक से मुलाकात कर समस्या दूर करने की गुहार लगाई जा चुकी है, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। करोड़ों की योजनाओं का निर्माण अधूरा
थबोली गांव निवासी और भाजपा के आनी शक्ति केंद्र के महामंत्री के चमन शर्मा, शाई गांव के बालक राम, अर्था के गुलाब ठाकुर, बर्गेइधार के लोभ राम सहित अन्य लोगों का कहना है कि उनके गांवों की बरसों से चली आ रही पेयजल किल्लत को दूर करने के लिए करोड़ों रुपयों की लागत की विभिन्न पेयजल योजनाओं का काम कछुआ गति से चल रहा है। वैकल्पिक लाइन से एक सप्ताह पहले ग्रामीणों को मिला था पानी
थबोली गांव के चमन शर्मा, ज्ञानानन्द शर्मा सहित दर्जनों लोगों का कहना है कि करीब एक सप्ताह पहले बारवी से शाई गांव के लिए पुरानी लाइन को विकल्प के तौर पर जोड़ा गया, तब कहीं जाकर गांव में पेयजल आपूर्ति हुई। लेकिन उसके बाद हालात जस के तस हैं। जल्द अवैध कनेक्शन बंद कर दोषियों पर कार्रवाई करेंगे। साथ ही पेयजल लाइन का रखरखाव कर जल्द आपूर्ति सुचारू करेंगे।
नरेंद्र नेगी, एसडीओ, आइपीएच उपमंडल, दलाश