मिड डे मील वर्कर्स मांगों के समर्थन में उठाएंगे आवाज
मिड-डे मील ब्लाक कमेटी के पदाधिकारी ने रविवार को आनी में बैठक आयोजित की गई। बैठक में प्रधान हिरालाल सचिव बीर सिंह उपस्थित थे। मिड-डे मील की मांगों व राज्य कमेटी के फैसले पर चर्चा हुई। बैठक में सीटू के राज्य कमेटी सदस्य पदम प्रभाकर भी उपस्थित हुए।
संवाद सहयोगी, आनी : मिड-डे मील ब्लॉक कमेटी के पदाधिकारी ने रविवार को आनी में बैठक आयोजित की गई। बैठक में प्रधान हीरा लाल सचिव बीर सिंह उपस्थित थे। मिड-डे मील की मांगों व राज्य कमेटी के फैसले पर चर्चा हुई। बैठक में सीटू के राज्य कमेटी सदस्य पदम प्रभाकर भी उपस्थित हुए। सचिव वीर सिंह ने कहा कि सरकार चाहे केंद्र की हो, प्रदेश की हो मिड-डे मील को ठगा गया। सरकार हमारा शोषण कर रही है दो हजार रुपये का हमने संघर्ष करके ही हासिल किया। लगातार हड़ताल, विरोध करने के बाद सिर्फ मामूली बढ़ोतरी कर रही है। मिड-डे मील वर्कज की नौकरी से संबधित 25 बच्चों की शर्तो के चलते प्रदेश में पांच हजार रुपये से ज्यादा वर्कज की छंटनी हो चुकी है। प्रधान हीरा सिंह ने कहा कि अपनी मांगों को मनवाने के लिए मिड-डे मील वर्कज यूनियन आठ जनवरी 2020 को हड़ताल पर जाने का फैसला लिया है। मुख्य मांगे मिड-डे मील वर्कज को प्रतिमाह 75 सौ रुपये दिया जाए। मिड डे मील वर्कज की नौकरी से संबंधित 25 बच्चों की शर्ते हटाई जाए। हर स्कूल में दो वर्कर्स रखा जाए। केंद्रीय किचन खोलने योजना को ठेके पर देने वाली एनजीओ को देने के फैसले को वापस लिया जाए। मिड डे मील वर्कज को 10 महिने के बजाये 12 महिने का वेतन दिया जाए। वर्कस को स्कूलों में मिलने वाली सभी प्रकार की छुंिट्टयां दी जाए। 2013 के 45 वें श्रम सम्मेलन की सिफारिशों के अनुसार मिड-डे मील वर्कस को पक्का किया जाए, अन्य सुविधाएं दिया जाए, आने बारे समय में संघर्ष तेज किया जाएगा।