तीर्थन घाटी में बेसहारा पशु बने परेशानी सिरदर्दी
जिला कुल्लू के बंजार उपमंडल के तहत तीर्थन घाटी के गुशैणी बठाहड़ देऊरी घर्टगाड मुंगला नागनी आदि जगह पर इन दिनों बेसहारा पशुओं से लोग परेशान हैं।
संवाद सहयोगी, गुशौणी : जिला कुल्लू के बंजार उपमंडल के तहत तीर्थन घाटी के गुशैणी, बठाहड़, देऊरी, घर्टगाड, मुंगला, नागनी आदि जगह पर बेसहारा पशुओं से लोग परेशान हैं।
पछले पांच सालों की अपेक्षा यहां पर बेसहारा पशुओं की संख्यां में इजाफा हुआ है। यह पशु दुकान, ढाबे, स्कूल, खेत, बगीचों व सड़कों पर छात्र-छात्राओं व राहगीरों वाहनों के लिए सबसे ज्यादा परेशानी बनी हुई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले तीन सालों से खेतों में की गई बिजाई यह पशु चट कर रहे हैं अब हम लोगों ने अब खेतों में बिजाई करना ही बंद कर दिया है।
ग्रामीण टिकम राम, सुंदर सिंह, विटू, इंदिरा देवी, शकुंतला देवी, राजेंद्र कुमार, कुशाल चंद, तिलक राज नेगी, गुशैणी के विद्या देवी, कलादेवी, अनिता देवी, पूजा ठाकुर, सीमा देवी, शीलू, कांता, लता शर्मा, पदमा नेगी, दुर्गा देवी आदि का कहना है सरकार व प्रशासन पिछले कई सालों से इन बेसहारा पशुओं के लिए ठोस नीति बनाने की बात करती आई, लेकिन दो साल बीत जाने के बाद भी धरातल पर कोई भी कदम दिखाई नहीं दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि गो सदन, गोशाला, गो सेंक्चुअरी बनाने की बात तो की जाती है लेकिन योजना धरातल पर नहीं दिखाई दे रही है। बंजार उपमंडल में बेसहारा पशुओं की समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। ग्रामीणों ने प्रदेश सरकार व प्रशासन से मांग की है कि जल्द बेसहारा पशुओं से निजात दिलाई जाए। बंजार में बेसहारा पशुओं के लिए गो सदन को लेकर क्या कार्य हो रहा है इस पर खंड विकास अधिकारी से जवाब मांगा गया है। लोगों की समस्या का समाधान किया जाएगा।
-एमआर भारद्वाज, एसडीएम बंजार ।