बेसहारा पशुओं को सहारा देने की कवायद शुरू
बेसहारा पशुओं की व्यवस्था को लेकर शुक्रवार को मनाली में विभिन्न व्यवसाय से जुड़े संगठनों व एनजीओ के साथ बैठक आयोजित की गई।
जागरण संवाददाता, मनाली : बेसहारा पशुओं की व्यवस्था को लेकर शुक्रवार को मनाली में विभिन्न व्यवसाय से जुड़े संगठनों व एनजीओ के साथ बैठक आयोजित की गई। मिनी सचिवालय में आयोजित बैठक में पंचायत प्रधानों के अलावा सभी व्यवसाय से जुड़े संगठनों व एनजीओ ने भाग लिया। प्रधानों के भाग न लेने पर एसडीएम ने नाराजगी प्रकट की। एसडीएम मनाली रमन घरसंगी ने बैठक में भाग लेने आए सभी प्रतिनिधियों का आभार जताया। उन्होंने कहा कि गोसदन के संचालन में सभी का सहयोग जरूरी है।
उन्होंने कहा कि पिछले साल जब नप मनाली ने प्रशासन को गोसदन सौंपा था तो खाते में मात्र 53812 रुपये की राशि थी, लेकिन सभी के सहयोग से सालभर 17 लाख 30 हजार खर्च करने के बाद अभी खाते में चार लाख 30 हजार 797 की राशि शेष है। उन्होंने पिछले साल बेसहारा पशुओं को सहारा देने वाले सभी लोगों का आभार जताया। मनाली में जगह न होने से गोसदन का संचालन नही हो पा रहा है। उन्होंने मनाली तहसीलदार को 18 मील से नीचे गोसदन के लिए जगह तलाशने की बात कही। एसडीएम मनाली ने नप मनाली को गोसदन का संचालन करने का सुझाव दिया। जिस पर नप अध्यक्ष नीना ठाकुर ने कहा कि वह पहले जनरल हाउस में चर्चा करेंगे और सहमति बनने के बाद ही अपना निर्णय प्रशासन को बताएंगे। नीना ठाकुर ने कहा कि नप अपना सहयोग जारी रखेगी। तहसीलदार मनाली एवं नप के कार्यकारी अधिकारी एनएस वर्मा ने लोगों से आग्रह किया कि वह गोसदन के संचालन में योगदान दें।
फ्रूट ग्रोवर एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रेम शर्मा ने बैठक में एक ट्रक पराली घास देने की बात कही। उन्होंने कहा कि गोसदन के संचालन में यथासंभव मदद की जाएगी। होटल एसोसिएशन के प्रधान अनूप ठाकुर ने सरकार से आग्रह किया कि पशुओं को बेसहारा बनाने वाले लोगों पर कड़ी करवाई की जाए और ऐसी नीति बनाई जाए कि कोई ग्रामीण इस पशुओं को बेसहारा न बनाए।
सेव मनाली संस्था के अध्यक्ष प्रेम करवा व वरिष्ठ सदस्य जगन्नाथ शर्मा सहित युवाओं ने घाटी के सभी ग्रामीणों से घास का सहयोग करने की बात कही। बैठक में विभिन्न संगठनों ने भाग लिया व सहयोग की बात कही।