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तीर्थन घाटी में चार देव पर्व एक साथ

गुशैणी : बंजार उपमंडल की तीर्थन घाटी के लोग रविवार को अपना सारा कामकाज

By JagranEdited By: Published: Sun, 03 Feb 2019 08:01 PM (IST)Updated: Sun, 03 Feb 2019 08:01 PM (IST)
तीर्थन घाटी में चार देव पर्व एक साथ
तीर्थन घाटी में चार देव पर्व एक साथ

संवाद सहयोगी, गुशैणी : बंजार उपमंडल की तीर्थन घाटी के लोग रविवार को अपना सारा कामकाज छोड़कर देवी-देवताओं की चाकरी में जुटे रहे। घाटी में पहली बार देवी-देवताओं के सम्मान में आयोजित होने वाले चार पर्व एक साथ मनाए गए। जिसको लेकर घाटीवासियों में खुशी का माहौल है।

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देवी गाड़ा दुर्गा के पुजारी मुरारी लाल शर्मा, लोमश ऋषि के कारदार ज्वाला ¨सह, कारदार योगराज ठाकुर, मनसा राम, सीता राम, रत्न चंद सहित क्षेत्र के अन्य लोगों का कहना है कि तीर्थन घाटी के लोगों में देवी-देवताओं के प्रति अटूट आस्था है और इसी आस्था के चलते इस बार पहली बार घाटी में चार देव तुआर आयोजन एक साथ मनाए जा रहे हैं।

उन्होंने बताया कि प्रसिद्ध देवी गाड़ा दुर्गा, देवता लोमश महाराज, देवता सरीनाग, देवता कालीनाग व देवता सनकादिक ऋषि के देव पर्व को लेकर रविवार को गुशैणी सहित घाटी के अन्य गांवों के लोगों ने देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना करके क्षेत्र की सुख व समृद्धि का आशीर्वाद लिया। ग्रामीणों के अनुसार ढोल-नगाड़ों की थाप पर देवी-देवताओं का गांव पहुंचने पर भव्य स्वागत किया। इस मौके पर सैकड़ों लोगों ने भाग लिया। ग्रामीण श्याम सुंदर शर्मा, ¨रकू ठाकुर, हरी ¨सह, धनी राम, परस राम भारती व सुख राम ने बताया कि घाटीवासी रविवार को खेतीबाड़ी सहित अन्य सभी कार्यो को छोड़कर इस देव पर्व में अपनी हाजिरी भरी और उसके बाद देवताओं से आशीर्वाद लिया। उन्होंने बताया कि हर वर्ष माघ माह में इन चारों देवी-देवताओं के अलग-अलग देव तुआर पर्व आयोजित होते हैं लेकिन इस बार यह चारों एक साथ आएं हैं। जिसको देव समाज और घाटी के लोग शुभ संकेत मान रहे हैं। लोगों ने बताया कि इस दिन सभी के घरों में एक से बढ़कर एक कुल्लवी व्यंजन बनाए गए और पूरी घाटी पहाड़ी व्यंजनों की खुशबू से महक उठी है।


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