डेढ़ माह से मझधार में छोड़ रही निगम की बस
संवाद सूत्र, सैंज : कुल्लू-शांघड़ रूट पर एचआरटीसी की एकमात्र बस सेवा न पहुंचने के कारण
संवाद सूत्र, सैंज : कुल्लू-शांघड़ रूट पर एचआरटीसी की एकमात्र बस सेवा न पहुंचने के कारण स्थानीय जनता को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इस रूट पर डेढ़ माह से बस सेवा बंद होने के कारण लोग टैक्सी में भारी भरकम किराया देकर गंतव्य तक पहुंचने को मजबूर हैं।
कुल्लू-शांघड बस सेवा पहले भी शांघड़ तक नहीं पहुंचती थी और लोगों को लोहट से आगे दो किलोमीटर का सफर पैदल तय करना पड़ता था। लेकिन अब बर्फबारी के बाद बस को सैंज तक ही भेजा जा रहा है। सैंज से शांघड़ 15 किलोमीटर लोगों को पैदल या फिर टैक्सी में आवाजाही करनी पड़ रही है।
स्थानीय पंचायत प्रधान सवित्रा देवी, उपप्रधान लेदराम ठाकुर, बार्ड मेंबर बलदेव राणा, पार्वती, फूला, इंदिरा देवी, बेली राम, मोतीराम, हीरा ¨सह, वेद राम, कौशल्या देवी, जय ¨सह सहित ग्रामीणों का कहना है हालांकि परिवहन निगम द्वारा सैंज तक बस सेवा चलाई जा रही है। लेकिन सैंज से शांघड़ जाने के लिए लोगों को या तो टैक्सी का सहारा लेना पड़ता है या फिर पैदल ही गन्तव्य तक पहुंचना पड़ता है। बस बंद होने से रोपा, सुचैहण, नरवाली, माशला, लोहट सहित शांघड़ पंचायत के दर्जनों गांवों के लोगों को मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। वहीं इस बस में नि:शुल्क सफर करने वाले स्कूली बच्चों को भी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। शांघड़वासियों ने निगम से मांग की है कि फिलहाल जहां तक सड़क बस चलने योग्य है, वहां तक लोगों को सुविधा दी जाए।
लोगों के अनुसार शांघड़ से दो किलोमीटर पीछे लोहट तक सड़क ठीक है। इसलिए यहां तक बस पहुंच सकती है, जिससे ग्रामीणों को राहत मिलेगी। उन्होंने कहा सड़क ठीक होते हुए भी निगम की बस आधे रास्ते तक ही आती थी और अब तो लोहट स्टेशन तक भी बस नहीं पहुंच रही है, जो लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है।
उधर, हिमाचल पथ परिवहन निगम कुल्लू के क्षेत्रीय प्रबंधक से जब इस बारे में संपर्क किया गया तो उन्होंने छुट्टी का हवाला देकर फोन काट दिया।
---- टैक्सी चालक कूट रहे चांदी :
कुल्लू-शांघड़ रूट पर बस सेवा बंद होने से लोग टैक्सियों का सहारा ले रहे हैं, जिससे टैक्सी चालकों का खूब मुनाफा हो रहा है और लोगों की जेब को चूना लग रहा है। शांघड़ व सुचैहण पंचायत के बा¨शदों को अकसर विभिन्न विभागों के कार्यों के लिए 15 किलोमीटर दूर सैंज जाना पड़ता है। वहीं स्कूल, कॉलेज, आइटीआइ सहित विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षण व प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे छात्रों को भी टैक्सियों में कम से कम 100 रुपये तक का तरफ का किराया देना पड़ रहा है।
----- इस समस्या के बारे में आरएम कुल्लू से बात की जाएगी और समस्या का शीघ्र समाधान किया जाएगा।
-एमआर भारद्वाज, एसडीएम, बंजार।