जरा सी बारिश होने पर बंद हो जाता है यह एनएच
कुल्लू के एनएच-305 औट-आनी-लुहरी-सैंज की हालत संपर्क मार्ग से भी बदतर है, यहां वाहन चालकों को जान जोखिम में डालकर सफर करना पड़ रहा है।
कुल्लू, जेएनएन। जिला कुल्लू के एनएच-305 औट-आनी-लुहरी-सैंज की हालत संपर्क मार्ग से भी बदतर है। इस मार्ग पर वाहन चालकों को जान जोखिम में डालकर सफर करने को मजबूर होना पड़ रहा है। मार्ग पर आनी से बानीगाड़ में हल्की सी बारिश के कारण मार्ग बंद हो जाता है। इसके बाद कोटनाला में भी हालात बहुत ही दयनीय हैं। लेकिन अब तक इस ओर न तो काई स्थानीय नेता और न ही एनएच विभाग ध्यान दे रहा है।
इस मार्ग पर सबसे ज्यादा नासूर बना माशनु नाले का भी एनएच अथॉरिटी आज तक कोई विकल्प नहीं ढूंढ पाया है। यहां पर हर बरसात और बर्फबारी के दौरान छोटे वाहन चालकों को जान हथेली पर लेकर चलना पड़ता है। ग्रामीणों का कहना है माशनुनाला, कोटनाला और बानीगाड़ पर पहले ही विभाग को इंतजाम कर लेना चाहिए था। यहां पर लोगों को कई घंटे तक परेशान होना पड़ रहा है। भूस्खलन से साथ लगते गांव कोट, खनाग, बनाला, रोपड़ी, रोपा, शेउल, देउरी, लुहाल आदि के लोग भी परेशान हैं। हल्की सी बारिश से भी मार्ग पर भूस्खलन होता है, जिसका अभी तक कोई स्थायी समाधान नहीं हो पाया है।
बरसात से पूर्व हो जाना चाहिए था कार्य खनाग पंचायत के उपप्रधान बुद्धि सिंह राणा, विजय कुमार, कमला देवी, गीता देवी, देवराज, भगवान दास, नरोत्तम, भारत भूषण आदि ने कहा विभाग को इस मार्ग पर बरसात से पहले ही कार्य कर लेना चाहिए था, लेकिन विभाग ने ऐसा नहीं किया, जो जनता के साथ अन्याय है। मौसम खराब होते ही विभाग के आला अधिकारियों का कहना होता है कि मौसम खराब है। लेकिन साफ मौसम में विभाग कहां सोया था।
कुल्लू में एनएच-305 औट से बंजार तक जहां-जहां भी बरसात से टारिंग उखड़ गई है, इसमें पैचवर्क किया जाएगा। इसके अलावाी मार्ग को चौड़ा करने की अनुमति मिलते ही कार्य आरंभ किया जाएगा।
-संजय सोनी, अधिशाषी अभियंता, एनएच-305, पंडोह।