नग्गर में दिखी रूस की संस्कृति
संवाद सूत्र पतलीकूहल अंतरराष्ट्रीय रौरिक मेमोरियल ट्रस्ट नग्गर में भारत-रूस की संस्कृति क
संवाद सूत्र, पतलीकूहल : अंतरराष्ट्रीय रौरिक मेमोरियल ट्रस्ट नग्गर में भारत-रूस की संस्कृति का वैश्विक स्तर पर परिचय कराने, संबंधों को सुदृढ़ करने व कला प्रतिभाओं के प्रोत्साहन के उद्देश्य से संस्कृति विशयक उत्सव का आयोजन किया गया। उत्सव ट्रस्ट के संस्थापक निकोलस रौरिक, हैलेना रौरिक व स्वेतोस्लाव रौरिक की जन्म शताब्दी को समर्पित रहा। इस मौके पर भारत में रूसी दूतावास में काउंसर फियोकटिस्टोव मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। कार्यक्रम का आगाज कृष्ण मंदिर ठावा के पुजारी जयदेव आचार्य ने गोगा चौहान मंदिर के पास शांति पूजा से किया। कार्यक्रम में रूस के 11 कलाकार रूस, यूक्रेन, इस्टोनिया व लातविया देशों से आए कलाकार भाग ले रहे हैं। कलाकारों की और से प्रदर्शित करीब 28 पेंटिंग ट्रस्ट को भेंट की गई। इस दौरान रूस के कलाकारों ने रूसी नृत्य, वायलन वादन व गायन की मनमोहक प्रस्तुतियां दी, जबकि एलाइन स्कूल अकादमी कुल्लू व हैलेना रौरिक अकादमी के छात्रों ने भी सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर सबको मंत्रमुग्ध किया। रौरिक ट्रस्ट के निदेशक एवं उपायुक्त ने भारत व रूस मैत्री को प्रगाढ़ करने व सांस्कृतिक मूल्यों के कार्यक्रम जारी रखने की बात कही। गत दिनों ट्रस्ट के हैलेना रौरिक आर्ट स्कूल में आयोजित चित्रकला प्रतियोगिता के विजेताओं को प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया। इसमें छह से नौ वर्ष के जूनियर ग्रुप में हैलेना रौरिक आर्ट अकादमी की तान्या गौड़ प्रथम, ग्रूमज पब्लिक स्कूल नग्गर की राधिका आचार्य द्वितीय, जॉन वैश्ले स्कूल सरसेई की ओजस्वनी तृतीय स्थान पर रही। 10 से 13 वर्ष के आयु वर्ग में जॉन वैश्ले स्कूल से कनिष्का ठाकुर प्रथम, हलाण स्कूल दो से शिवानी द्वितीय व मृदूल नेगी ने तीसरा स्थान हासिल किया, जबकि विशेष इनाम सुनाक्षी राणा और प्रार्थना थापा को दिया गया। 14 से 16 वर्ष में आरती मोदयाना प्रथम, संजना द्वितीय, रिजुल तृतीय और तरन्नुम को विशेष इनाम दिया गया। 17 से 20 आयु वर्ग में तेंजिन नमज्ञाल प्रथम, अरनिका सुबा द्वितीय, कलसंग दमदोल तृतीय स्थान पर रही।