आनी के तराला गांव में 13 घर खाली करवाए
संवाद सहयोगी आनी आनी उपमंडल में मंगलवार रात हुई बारिश के चलते जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया
संवाद सहयोगी, आनी : आनी उपमंडल में मंगलवार रात हुई बारिश के चलते जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। बुधवार को बुच्छैर पंचायत का ऊपरी तराला गांव में दरारें पड़ने से खतरे की जद में आ गया है। तराला गांव के ऊपर जिमे राम के बागीचे के नीचे पहाड़ी पर दरारें पड़ना शुरू हैं, जो सेब के बागीचे में भी साफ नजर आ रही हैं। यहां जमीन दलदल सी बनती जा रही है। धीरे-धीरे खिसकना शुरू हो चुका है। खतरे को भांपते हुए प्रशासन ने हलका पटवारी को मौके भेजा और 13 परिवारों को मकान खाली करने की हिदायत दी। इसके बाद लोग अपने घरों को खाली करने में जुट गए हैं।
प्रभावितों द्वारा सारा सामान और पालतू पशुओं को अपने घरों से निकाल दिया है। प्रभावित लोग तराला गांव में ही परिजनों और परिचितों के यहां शरण लेने को मजबूर हैं। हालांकि प्रशासन द्वारा प्रभावितों को स्कूल भवन और रेस्ट हाउस में ठहरने का इंतजाम करना चाहा, लेकिन फिलहाल प्रभावित लोग अपने मकानों को खाली कर अपने परिजनों के ही यहां खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
उधर, एसडीएम आनी कुलदीप पटियाला ने बताया कि हलका पटवारी और कानूगो ने मौके जायजा लेकर जो रिपोर्ट तैयार की है, उसे डीसी कुल्लू को आगामी कार्रवाई के लिए भेज दिया गया है।
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प्रशासन द्वारा जारी प्रभावितों की सूची
जमीन खिसकने से ऊपरी तराला गांव के जिमे राम पुत्र अनंत राम, शेर सिंह पुत्र झुडु राम, पीणु देवी पत्नी गोविद सिंह, प्रवीण सिंह पुत्र ज्वाला दास, श्याम लाल पुत्र ज्वाला दास, दसमी राम पुत्र लजे राम, महेंद्र सिंह पुत्र सितम राम, अंजना देवी पत्नी केहर सिंह, इंद्र सेन पुत्र झुडा राम, श्रवण कुमार पुत्र हंस राज, मनोहर लाल पुत्र भीमा राम, सुनग राम पुत्र लौंगू राम, धर्म चंद पुत्र जीत राम आदि प्रभावित हुए हैं।