हिमाचल के पहाड़ों पर ताजा बर्फ़बारी देख चहक उठे पर्यटक, किसान भी हुए खुश
हिमपात से आम लोगों की मुश्किलें जरूर बढ गयी हैं लेकिन किसान बागवान बेहद खुश हैं और हिमाचल की सैर पर आये पर्यटकों को तो जैसे जन्नत के दीदार हो गये हैं।
मनाली, जेएनएन। पर्यटन नगरी मनाली में बर्फ के फाहे गिरने का क्रम लगातार जारी है। शहर में अभी तक 4 इंच हिमपात हो चुका है। रोहतांग दर्रे सहित मनाली व लाहुल के पहाड़ बर्फ से लद गए है पहाड़ों पर हो रही बर्फ़बारी से किसान बागवान भी खुश हो उठे है। मनाली शहर सहित अलेउ, प्रीणी, सियाल, कन्याल, मनाली गांव सहित समस्त उझी घाटी बर्फ की चांदी से चमक उठी है। मनाली के कोठी व सोलंग गांव की सड़कें अवरुद्ध हो गई है जबकि मनाली पलचान मार्ग सहित धुंधी मार्ग में भी जोखिम बढ़ गया है। कुल्लू को लाहुल से जोड़ने वाले रोहतांग दर्रे में 2 फुट से अधिक बर्फबारी हुई है। लगातार हो रही बर्फ़बारी से मनाली सहित लाहुल घाटी में जन जीवन प्रभावित हो गया है। घाटी की सभी सड़के बर्फ़बारी से अवरुद्ध हो गई है। मनाली शहर में बिजली पानी सुचारू है जबकि पलचान, रुआड, कुलंग, मझाच, कोठी और सोलंग में पानी व बिजली प्रभावित हुई है।
लाहुल के त्रिलोकनाथ और भूतनाथ मन्दिर के पास गिरे हिमखण्ड
लाहुल घाटी में हो रही बर्फबारी से हिमखण्डों ले गिरने का क्रम शुरू हो गया है। त्रिलोकनाथ के समीप बांगरू नाले सहित उदयपुर से 7 किमी दूर भूतनाथ मन्दिर के समीप नाले में भारी हिमखण्ड गिरने से चिनाब नदी का बहाव रुक गया है। कुरचेहड गांव की ग्रामीण सुनीता और शालग्रा निवासी अनिल ने बताया कि घाटी में डेढ़ फुट हिमपात हो चुका है। उन्होंने बताया कि नदी में पानी बहुत कम हो गया है। उन्होंने आशंका जताई कि चिनाब का बहाव रुकने से नदी किनारे रहने वाले लोगो सहित पुलों और सड़कों को नुकसान हो सकता है।
लाहुल स्पिति के कार्यकारी उपायुक्त अमर नेगी ने कहा कि घाटी में भारी बर्फबारी हो रही है। उन्होंने बताया कि कुछ एक स्थानों में चिनाब नदी का बहाव रुका है लेकिन कोई जानी नुकसान नही हुआ है। एसडीएम में बताया कि प्रशासन सभी परिस्थितियों पर नजर रखे हुए है।
यहां प्रभावित हुई सड़कें
लगातार हो रही बर्फ़बारी से लाहुल के समस्त मयाड़ घाटी, तिन्दी घाटी, पटन घाटी, चन्द्रा घाटी, गाहर घाटी और तोत घाटी में सड़कें अवरुद्ध हो गई है। बस सेवा पहले ही प्रभावित थी अब छोटे वाहनों के भी पहिये थम गए है। मनाली घाटी में उझी घाटी में जन जीवन प्रभावित हुआ है जबकी सोलंग व कोठी मार्ग अवरुद्ध हो गए है।
कहां गिरी कितनी बर्फ
रोहतांग 2 फुट, राहनीनाला पौने फुट, मढी डेढ़ फुट, ब्यासनाला, चुबकमोड व राहलाफाल सवा फुट, गुलाबा, फातरु व अंजनीमहादेव में एक फुट, सोलंग व कोठी में 10 इंच, पलचान, कुलंग व मझाच में पौना फुट, बरुआ, शनाग, वशिष्ठ व मनाली गांव में आधा फुट जबकि पर्यटन नगरी मनाली में 4 इंच ताजा हिमपात हो चुका है। लाहुल की ओर कोकसर, नेंनगार, दारचा में एक फुट, सिसु व जिस्पा में पौना फुट, उदयपुर, मड़ग्रा, गोंदला, दालंग, मुलिंग, प्यूकर, शटिंगरी में 7 इंच जबकि जिला मुख्यालय केलांग में आधा फुट ताजा हिमपात हुआ है।
इन पहाड़ियों पर हो रहा भारी हिमपात
रोहतांग दर्रे सहित मकरबेद शिकरबेद, हनुमान टीबा, इंद्र किला, हामटा, रानी सुई, भृगु लेक, दशोहर झील, चन्द्रखनी, फोजल जोत, नगर की ऊंची पहाड़ियों, पांडु रोपा सहित रोहतांग के उस पार बारालाचा दर्रे सहित शिंकुला, दारचा की पहाड़ियों, लेडी ऑफ केलांग, नेनगर, नीलकण्ठ जोत, कुंजम जोत, छोटा व बड़ा शिघरी ग्लेशियर, समस्त चन्द्रा घाटी, कोकसर, गाहर वैली, मयाड़ वैली में बर्फबारी हुई है। साथ ही मनाली के पर्यटन स्थल राहनीनाला, मढी, ब्यासनाला, राहलाफाल में भारी बर्फबारी हुई है।
बाहंग बना सैलानियों का स्नो प्वाइंट
पर्यटन नगरी मनाली के पर्यटन स्थलों में हो रही बर्फ़बारी से सैलानी चहक उठे है। मनाली के निकटवर्ती पर्यटन स्थल बाहंग व नेहरुकुण्ड में पर्याप्त बर्फ़बारी होने से स्नो प्वाइंट भी यही बम हुआ है। सैलानी मनाली शहर से लेकर नेहरुकुण्ड तक बर्फ की सफेदी का आनंद ले रहे है। डीएसपी मनाली शेर सिंह ने बताया कि नेहरुकुण्ड में पर्याप्त बर्फ होने के चलते सैलानियों को नेहरुकुण्ड से आगे नही जाने दिया जा रहा है। उन्होंने सैलानियों से आग्रह किया कि वो बाहंग से आगे न जाए।