ग्रांफू-समदो मार्ग की हालत खस्ता
जागरण संवाददाता केलंग सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण समदो-ग्रांफू मार्ग की फिर अनदेखी शुरू
जागरण संवाददाता, केलंग : सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण समदो-ग्रांफू मार्ग की फिर अनदेखी शुरू हो गई है। यह मार्ग बीआरओ के अधीन हो गया है, लेकिन बीआरओ ने इस मार्ग की हालत सुधारने को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई है।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) के हवाले होते ही मई में बीआरओ ने इस मार्ग की बहाली अधूरी छोड़ दी थी। एनएचएआइ ने शेष रही बर्फ को हटाकर ग्राफू-समदो सड़क को बहाल किया था। जब यह मार्ग अप्रैल-मई में बीआरओ से हटाकर एनएचएआइ को दिया तो स्पीति के लोगों ने विरोध किया। हालांकि उस समय केंद्र ने इस मार्ग की हालत सुधारने को तुरंत 200 करोड़ भी जारी कर दिया, लेकिन ग्रामीणों के विरोध और सामरिक महत्व को देखते हुए केंद्र सरकार ने डेढ़ महीने के भीतर ही फिर से इस मार्ग को बीआरओ के हवाले कर दिया।
मार्ग के अधीन होते ही बीआरओ इस मार्ग की हालत सुधारने को लेकर गंभीर नहीं दिख रहा है। बीआरओ ने समदो से लोसर तक सड़क पिछले साल ही कुछ हद तक बेहतर कर दी है, लेकिन ग्रांफू से लोसर तक सड़क अति दयनीय हालत में है। हालांकि इस साल पर्यटक न होने से वाहनों की आवाजाही न के बराबर है, लेकिन सड़क की हालत में एक प्रतिशत भी सुधार नहीं हुआ है। चंद्रताल से घूमकर लौटे संदीप, प्रेम, टशी, बिक्रम, मनोज व सोनम ने बताया कि ग्रांफू से लोसर तक सड़क की हालत दयनीय बनी हुई है। कई जगह सड़क नाले में तबदील हो गई है, जिस कारण वाहन चालकों सहित राहगीरों को भारी दिक्कत का सामना पड़ रहा है। स्पीति के ग्रामीण दोरजे, पलजोर व सोनम का कहना है कि ग्रांफू से लोसर तक सड़क की हालत खस्ता हो गई है। अब सड़क फिर से बीआरओ के हवाले की है जिससे उन्हें भी उम्मीद जगी है कि बीआरओ इस बार जरूर सड़क की हालत सुधरेगा।
उधर, बीआरओ के अधिकारियों ने माना कि ग्रांफू से लोसर तक सड़क की हालत खराब है। समदो की ओर से सड़क मरम्मत का कार्य जारी है। इस साल समदो से ग्रांफू तक हालत बेहतर बनाने के प्रयास किए जाएंगे।