सुलझने की बजाय गहराया पिरड़ी कूड़ा संयंत्र विवाद
संवाद सहयोगी, कुल्लू : पिरड़ी कूड़ा संयंत्र विवाद दिन-प्रतिदिन सुलझने की बजाय गहराता जा रहा ह
संवाद सहयोगी, कुल्लू : पिरड़ी कूड़ा संयंत्र विवाद दिन-प्रतिदिन सुलझने की बजाय गहराता जा रहा है। कुल्लू व भुंतर शहर कूड़ेदान में तबदील हो चुके हैं। लेकिन ग्रीन कुल्लू व क्लीन कुल्लू के दावे करने वाले प्रशासन को समस्या से कोई सरोकार है और न ही नगर परिषद और नगर पंचायत भुंतर गंभीर दिख रही है। हालांकि कई स्थानों से कूड़ा-कचरा उठाकर पिरड़ी कूड़ा संयंत्र में फेंका जा रहा है। लेकिन पिरड़ी की स्थानीय जनता का कहना है कि आधा कूड़ा नदी में गिर रहा है और यहां पर स्प्रे न होने के चलते डं¨पग साइट से आ रही बदबू से लोग परेशान हैं। कुल्लू व भुंतर में लगे कूड़े के ढेर लोगों व पर्यटकों के लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं। जिला प्रशासन, नगर परिषद कुल्लू व नगर पंचायत भुंतर के साथ पिरड़ी के स्थानीय ग्रामीणों के झगड़े में स्थानीय जनता सहित पर्यटक पिस रहे हैं।
चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर भुंतर से कुल्लू तक हर कहीं कई दिनों से कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। जिला प्रशासन व नगर परिषद को सुप्रीम कोर्ट ने आठ माह का और समय दिया है। इसमें डं¨पग साइट के लिए भूमि का चयन करना है और साथ ही तब तक पिरड़ी कूड़ा संयंत्र में ही कूड़ा फेंका जाएगा। लेकिन अभी तक दो सप्ताह का समय बीत चुका है और हालात जस के तस बने हुए हैं।
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सुप्रीम कोर्ट से दो माह का समय दिया गया है और कोर्ट के आदेशानुसार अभी सारा कूड़ा पिरड़ी में ही फेंका जा रहा है। इसके साथ ही डं¨पग साइट के लिए भी भूमि तलाशी जा रही है।
-गोपाल कृष्ण महंत, उपाध्यक्ष, नगर परिषद, कुल्लू।