रोहतांग में डेढ़ फुट ताजा हिमपात, दर्रा बंद होने से कुल्लू और लाहुल में फंसे सैकड़ों लोग
रोहतांग में हो रही बर्फबारी के कारण रविवार से ही रोहतांग दर्रे में वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गयी है।
मनाली, जेएनएन। गर्मियों में देश व दुनिया के सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करने वाले रोहतांग दर्रे में डेढ़ फुट ताजा हिमपात हुआ है। बर्फबारी के चलते रविवार से रोहतांग दर्रे में वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है। लाहुल के कोकसर गांव में 8 इंच ताजा हिमपात हुआ है। लाहुल के दारचा, योचे, मायड़ घाटी, जिस्पा और नेंनगार गांव में भारी बर्फबारी हुई है। रोहतांग के इस ओर राहनीनाला में एक फुट, मढी में पौना फुट, ब्यासनाला में आधा फुट और गुलाबा व फातरु में 4 इंच ताजा बर्फबारी हुई है।
रोहतांग के उस पार कोकसर से गोधला गांव तक8 इंच से 5 इंच तक, तांदी व गोशाल सहित जिला मुख्यालय केलांग में 3 इंच हिमपात हुआ है। पटन की समस्त घाटी, गाहर वैली और तिनन वैली ने भी बर्फ की चादर ओढ़ ली है। बर्फबारी से लाहुल और कुल्लू में सेंकडों लोग फंस गए है। लाहुल के लोगों का मनाली व कुल्लू में अधिक आना जाना है। 70 प्रतिशत लाहुली लोगों के घर कुल्लू मनाली में ही है जिस कारण साल भर इनका आना जाना लगा रहता है। बर्फबारी से रोहतांग दर्रा बन्द हो गया है जिस कारण इन लोगों की दिक्कतें बढ़ गई है।
लाहुल में फंसे टशी, सोनम, अजय ओर विवेक ने बताया की वे परिजनों से मिलने लाहुल आए थे लेकिन बर्फबारी होने से वो लोग लाहुल में फंस गए है। जितेंद्र, सुरेश और विवेक ने कहा कि वे घर का जरूरी सामान खरीदने कुल्लू आए थे लेकिन रोहतांग में बर्फबारी हो जाने से वे समान के साथ मनाली में फंस गए है। इन सभी लोगों ने बताया कि रोहतांग बन्द हो जाने से सैकडों लोग लाहुल और कुल्लु मनाली में फंस गए है। उन्होंने प्रदेश सरकार से आग्रह किया कि विपदा की इस घड़ी में लोगों के लिए रोहतांग सुरंग से आने- जाने की अनुमति दी जाए ताकि फंसे लोग अपने गंतव्य तक पहुंच सके।
उधर, कृषि मंत्री डॉ राम लाल मार्कण्डे ने कहा किसरकार जनजातीय लोगों की यथा सभव मदद करेगी। उन्होंने कहा कि रोहतांग दर्रा बन्द हो गया है ऐसे में लाहुल और कुल्लू में फंसे लोगों को रोहतांग सुरंग द्वारा उनके गन्तव्य तक पहुंचाया जाएगा।