पशुओं को बेसहारा छोड़ने वालों पर होगी एफआइआर
जागरण संवाददाता मनाली गोसदन में पशुओं की ठंड से हुई मौत के बाद प्रशासन सख्त हो गया है।
जागरण संवाददाता, मनाली : गोसदन में पशुओं की ठंड से हुई मौत के बाद प्रशासन सख्त हो गया है। प्रशासन, नगर परिषद व पशुपालन विभाग की टीमने शनिवार को गोसदन का दौरा किया है। पशुओं को बेसहारा छोड़ने वाले लोगों पर एफआरआइ दर्ज करने की तैयारी कर ली है।
शनिवार को मनाली के रांगड़ी स्थित गोसदन पहुंचे पशु विभाग कुल्लू के उपनिदेशक डा. विशाल शर्मा ने बताया कि प्राथमिक जांच में पशुओं की मौत ठंड से हुई है। पोस्टमार्टम में सभी पशु तंदुरुस्त पाए गए हैं। घास पानी की व्यवस्था अच्छी देखने को मिली है। ठंड ही मरने का कारण लग रहा है। विभाग का एक कर्मचारी गोसदन में सेवाएं दे रहा है। प्रयास किए जा रहे हैं कि पशुओं की देखरेख बेहतर तरीके से हो।
नगर परिषद अध्यक्ष अध्यक्ष चमन कपूर ने बताया कि नवंबर में मनाली से सभी गाय कटराई गोसदन भेज दी थीं। मनाली गोसदन में बैल ही रखे थे। हाल ही में हुई बर्फबारी में ग्रामीण क्षेत्रों से अनेक पशु गोसदन में छोड़ दिए। मनाली में भारी बर्फबारी होती है। न्यूनतम तापमान जमाव बिंदु से नीचे चला जाता है। हालांकि गोसदन में व्यवस्था बेहतर है, लेकिन ठंड के चलते पशु मर रहे हैं। सरकार से आग्रह किया जाएगा कि मनाली के गोसदन को गर्म क्षेत्र में शिफ्ट किया जाए। प्रशासन से आग्रह है कि टैग लगे पशुओं की जांच की जाए और दोषी लोगों पर एफआइआर दर्ज की जाए। गोसदन में कैमरे लगाए जाएंगे, ताकि गोसदन के बाहर पशुओं को छोड़ने वालों पर करवाई की जा सके। प्रशासन ने पशु विभाग व नगर परिषद मनाली के साथ गोसदन का दौरा किया है। पशुओं की मौत मामले की जांच करवाई जाएगी। पशुओं को बेसहारा छोड़ने वालों को टैग से चिह्नित किया जाएगा और उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज करवाई जाएगी।
-डा. सुरेंद्र, एसडीएम मनाली। 30 बेसहारा पशुओं का मरना चिंताजनक
मनाली ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष हरीचंद शर्मा ने कहा कि रांगड़ी गोसदन में 30 पशुओं का मरना चिंताजनक व दुखद घटना है। आरोप लगाया कि नगर परिषद मनाली के भाजपा के पदाधिकारी और प्रबंधक गोसदन को लेकर लापरवाह हैं। रांगड़ी गोसदन की हालत सभी लोग जानते हैं। सरकार को गोसदन के लिए उचित धन की व्यवस्था करनी चाहिए। सरकार ने शराब के ठेकों में शराब की प्रति बोतलों पर एक रुपये गोवंश की सेवा के लिए अतिरिक्त प्रविधान भी किया है। फिर भी सरकार समाधान करने में असमर्थ क्यों है। मुख्यमंत्री व स्थानीय मंत्री से मांग की कि इस मामले की निष्पक्ष जांच करने के लिए विशेष जांच टीम का गठन हो अन्यथा सरकार के खिलाफ मनाली कांग्रेस प्रदर्शन करने के लिए सड़कों उतरने के लिए तैयार है।