लाहुल के स्कूलों में पढ़ाया जाएगा ठोस कचरा प्रबंधन
जागरण संवाददाता केलंग जनजातीय जिला लाहुल-स्पीति के स्कूलों में विद्यार्थी कचरे को ठिकाने
जागरण संवाददाता, केलंग : जनजातीय जिला लाहुल-स्पीति के स्कूलों में विद्यार्थी कचरे को ठिकाने लगाना सीखेंगे। प्राथमिक स्कूलों के पाठ्यक्रम में ठोस कचरा प्रबंधन को विषय के रूप में शामिल किया गया है। उपायुक्त लाहुल स्पीति पंकज राय ने सोमवार को राजकीय प्राथमिक पाठशाला केलंग-1 में इसकी शुरुआत की।
उपायुक्त ने कहा की ठोस कचरा प्रबंधन की आवश्यकता को देखते हुए स्कूली बच्चों को इस विषय में विशेष रूप से जागरूक करने के लिए पायलट आधार पर इसे कुछ स्कूलों के पाठ्यक्रम में जोड़ा गया है। स्वच्छता के साथ-साथ ठोस कचरे के प्रबंधन के प्रति विद्यार्थियों के माध्यम से हर घर-परिवार को जागरूक किया जा सके। भविष्य में यहां पर्यटकों की संख्या बढ़ने तथा कई प्रकार की व्यावसायिक गतिविधियों के शुरू होने से लाहुल-स्पीति जिले में ठोस कचरा के निदान की समस्या आएगी। इसके लिए सभी लोगों को जागरूक एवं तैयार करना आवश्यक है। बच्चे किसी भी संदेश के संप्रेषण का प्रभावी व व्यापक माध्यम बनते हैं। विशेषकर जब अपने परिवेश व पर्यावरण से संबंधित जागरूकता की बात आती है, तो वह प्रत्येक घर-परिवार तक संदेश पहुंचाने में सहायक होते हैं। इसी उद्देश्य से भविष्य में 'ठोस कचरा प्रबंधन' की नीति को सुचारू रूप से से लागू करने के लिए लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से इस टॉपिक को स्कूली बच्चों के पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। इस विषय को छोटे व बड़े बच्चों के बीच में अनौपचारिक रूप से पढ़ाया जाएगा। वह इसमें रुचि ले सके और इसे दबाब के रूप में महसूस न करें। अगले महीनों में बच्चों को इससे संबंधित कई ज्ञानवर्धक वीडियो व शिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। केलंग में गीले कचरे को लोग पहले से ही खेतों में खाद के रूप में प्रयोग करते हैं। ठोस कचरे के निदान के लिए एक योजना बनाई जा रही है। पंकज रॉय ने कहा कि ठोस कचरा प्रबंधन के लिए आइआइटी दिल्ली से समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए हैं। जल्द ही पूरे लाहुल में ठोस कचरे के एकत्रीकरण, प्रबंधन व निदान की व्यवस्था लागू की जाएगी। इस मौके पर उपमंडल अधिकारी केलंग राजेश भंडारी, पीओआइटीडीपी रमन शर्मा, निदेशक उच्च शिक्षा सुरजीत राव व प्रिसिपल डाइट सुरेश भी उपस्थित रहे।