Himachal News: हिमाचल प्रदेश में मनरेगा मजदूरों की मांग, पंजीकरण बहाल करे सरकार
हिमाचल प्रदेश में मनरेगा मजदूर अपनी मांगों को लेकर सरकार से गुहार लगा रहे हैं। कुल्लू में मंगलवार को अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति की ओर से धरना-प्रदर्शन किया गया। इसमें मांग रखी गई कि प्रदेश में चार लाख मनरेगा मजदूरों का पंजीकरण जल्द से जल्द बहाल किया जाए।
कुल्लू,संवाद सहयोगी। हिमाचल प्रदेश में मनरेगा मजदूर अपनी मांगों को लेकर सरकार से गुहार लगा रहे हैं। इसी बीच मनरेगा मजदूरों की मांगों को लेकर अब अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति भी सामने आई है। कुल्लू में मंगलवार को अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति की ओर से धरना-प्रदर्शन किया गया।
यह भी पढ़ें: Himachal Politics: आप उपाध्यक्ष सहित 50 लोग कांग्रेस में शामिल, वरिष्ठ कांग्रेस नेता गौतम ठाकुर ने किया स्वागत
सीएम को भेजा गया ज्ञापन
अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति ने धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान उपायुक्त कुल्लू आशुतोष गर्ग के माध्यम से मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को भी ज्ञापन भेजा गया। इसमें मांग रखी गई कि प्रदेश में चार लाख मनरेगा मजदूरों का पंजीकरण जल्द से जल्द बहाल किया जाए।
दरअसल प्रदेश में चार लाख मनरेगा मजदूर हैं, जिनका राज्य श्रमिक कल्याण बोर्ड में पंजीकरण किया गया था। लेकिन भाजपा सरकार ने इसे रद्द कर दिया। ऐसे में अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति की जिला महासचिव ममता नेगी ने बताया मनरेगा मजदूरों को 120 दिन का काम भी अब सुनिश्चित किया जाना चाहिए और प्रदेश सरकार की निर्धारित न्यूनतम 350 रुपये की दिहाड़ी भी उन्हें दी जानी चाहिए।
यह भी पढ़ें: Himachal: बंगाणा के ननावीं में सड़क दुर्घटना में महिला और बच्चे की मौत, पीड़ित को 50 हजार के मुआवजे का ऐलान
मजदूरों की ये है मांगे
प्रदेश के मनरेगा मजदूरों की कई मांगे हैं। इसमें मनरेगा मजदूरों की ऑनलाइन हाजिरी लगाने का जो फैसला लिया गया है उसे रद्द करने की मांग की गई है। इसके अलावा मनरेगा के कार्यों के लिए सीमेंट की सप्लाई भी नियमित की जाए। इसके अलावा मांग में कहा गया है कि कई जगह पर मनरेगा के कार्यों के लिए मिस्त्री का प्रावधान नहीं है, ऐसे में सरकार मिस्त्री का भी प्रावधान करें। इन सभी मांगों के बारे में एक ज्ञापन उपायुक्त कुल्लू के माध्यम से प्रदेश सरकार को भेजा गया है।