सैंज परियोजना के ठेकेदार आज से भूख हड़ताल करेंगे
प्रदेश पावर निगम की 100 मेगावाट सैंज घाटी के स्थानीय ठेकेदारों व भू-मालिकों को उनके काम का पैसा नहीं मिल पाया है।
संवाद सहयोगी, सैंज : प्रदेश पावर निगम की 100 मेगावाट सैंज घाटी परियोजना के ठेकेदारों व भूमि मालिकों को उनके काम का पैसा नहीं मिल पाया है। आरोप है कि परियोजना निर्माण पूरा होकर तीन साल बीत चुके हैं और परियोजना में उत्पादन भी शुरू हो गया है, लेकिन ठेकेदारों को अपने पैसे लेने के लिए चक्कर काटने पड़ रहे हैं। परियोजना निर्माण कार्य करने वाली हिदुस्तान कंपनी ने स्थानीय लोगों को प्राथमिकता के आधार पर निर्माण कार्य करने का अवसर दिया था। इसके अलावा कंपनी ने लोगों की भूमि भी आधारभूत संरचना के लिए लीज पर ली थी। हिदुस्तान कंपनी द्वारा अदायगी न करने पर लोगों की मांग पर प्रदेश पावर निगम को हस्तक्षेप करना पड़ा था, लेकिन इसके बावजूद कंपनी ने ठेकेदारों का पैसा नहीं दिया। ठेकेदारों व भूमि मालिकों ने अब प्रदेश पावर निगम कार्यालय शाड़ाबाई के बाहर भूख हड़ताल पर बैठने को निर्णय लिया है।
स्थानीय ठेकेदारों रघुवीर सिंह, नारायण सिंह, भूमा ठाकुर, राम लाल, राजकुमार, मोहर सिंह, राजेश कुमार, गोपाल शर्मा आदि का कहना है कि जब परियोजना का उद्घाटन किया जा रहा था तो सभी ठेकेदारों ने अपनी करीब तीन करोड़ की बकाया अदायगी को लेकर इसका विरोध करने का फैसला किया तो निगम ने अदायगी करवाने का लिखित आश्वासन दिया था। तीन साल बीत चुके हैं उन्हे एक भी पैसा नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि मजबूरन 12 मार्च से भूख हड़ताल पर जाने का फैसला लेना पड़ा है। प्रदेश पावर निगम के पास किसी भी ठेकेदार की देनदारी नहीं है। ठेकेदारों को हड़ताल नहीं करने की अपील की गई है। हिदुंस्तान कंपनी को अपने ठेकेदारों की अदायगी करने को लिखा गया है और निगम के मुख्यालय को मामले की जानकारी दी गई है।
-रोहित शारदा, उप महाप्रबंधक सैंज परियोजना।