पशुओं को बेसहारा छोड़ने पर पांच के खिलाफ केस
जागरण संवाददाता मनाली पशुओं को बेसहारा छोड़ने वालों के खिलाफ प्रशासन ने सख्त रुख अपन
जागरण संवाददाता, मनाली : पशुओं को बेसहारा छोड़ने वालों के खिलाफ प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। कुछ दिन पहले मनाली के रांगड़ी स्थित गोसदन में 50 से अधिक पशुओं की मौत हो गई थी। पशुओं के टैग से मालिकों की शिनाख्त के बाद प्रशासन ने पांच लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
हालांकि प्रशासन ने दिसंबर में 290 पशु कटराई भेज दिए थे, लेकिन जनवरी के पहले सप्ताह में फिर से रांगड़ी में पशुओं की संख्या बढ़ गई। मंगलवार को एसडीएम मनाली डा. सुरेंद्र ठाकुर की अध्यक्षता में पशुओं के संरक्षण को लेकर बैठक हुई। इसमें खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) नग्गर, पशुपालन विभाग, नेशनल हाईवे, नगर परिषद मनाली के अध्यक्ष चमन कपूर समेत समस्त सदस्यों व मनाली के सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। एसडीएम मनाली डा. सुरेंद्र ठाकुर ने बताया कि पशुओं को बेसहारा बनाने वाले पांच लोगों को चिह्नित कर उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज करवाई है। उन्होंने घाटी के लोगों से आग्रह किया कि जिन्होंने गोसदन में अपने पशु छोड़े हैं उन्हें वापस ले जाएं अन्यथा शिनाख्त कर कार्रवाई की जाएगी। पंचायत प्रधानों को निर्देश दिए कि पशुओं को बेसहारा छोड़ने वालों पर कार्रवाई की जाए। पंचायत के हर पशु की गिनती की जाए और टैग लगाए जाएं। पशुपालन विभाग को निर्देश दिए कि समय-समय पर गोसदन जाकर पशुओं के स्वास्थ्य की जांच करें। टैग लगाने का कार्य पूरा कर जल्द एसडीएम कार्यालय में रिपोर्ट दें।
निर्देश दिए गए कि बीडीओ नग्गर पंचायत प्रधानों की मदद से समस्त ग्रामीण क्षेत्रों में बेसहारा पशुओं पर नजर रखेंगे। राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारी हाईवे पर नजर रखेंगे। शहर में नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी बेसहारा पशुओं पर नजर रखेंगे। कोई भी पशु सड़क पर नजर नहीं आएगा। एसडीएम ने कहा कि आज सभी जन प्रतिनिधियों से सहयोग मिला है। इससे उम्मीद है बेसहारा पशुओं की समस्या का समाधान जल्द हो जाएगा और रांगड़ी गोसदन का भी अब बेहतर ढंग से संचालन हो सकेगा।