50 फीसद महिलाएं नहीं करती सेनेटरी पैड का इस्तेमाल
प्रदेश के जिला कुल्लू में अभी भी 50 प्रतिशत से अधिक महिलाएं मासिक धर्म के दौरान सेनेटरी नेपकिन का प्रयोग नहीं करती है।
संवाद सहयोगी, कुल्लू : जिले में अभी भी 50 फीसद से अधिक महिलाएं मासिक धर्म के दौरान सेनेटरी नेपकिन का प्रयोग नहीं करती हैं। नेपकिन का प्रयोग न करने पर महिलाओं में संक्रमण की आशंका कई गुणा बढ़ जाती है। इसी को लेकर वीरवार को संवेदना अभियान के तहत लगघाटी के गांव भुट्ठी में जागरूकता एवं स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता उपायुक्त कुल्लू डॉ. ऋचा वर्मा ने की। उपायुक्त ने कहा कि संवेदना अभियान के तहत जिला के ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं और किशोरियों के लिए जागरूकता एवं स्वास्थ्य जांच शिविर लगाए जाएंगे। प्रयोग के बाद सेनेटरी नेपकिन के सही निष्पादन पर भी जागरूक किया। इसके लिए कुछ पंचायतों या महिला मंडलों को पारंपरिक तंदूर जैसे ईको-फ्रेंडली इंसीनरेटर उपलब्ध करवाए जाएंगे। जिला कार्यक्रम अधिकारी वीरेंद्र सिंह आर्य, क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू की कैंसर केयर यूनिट की प्रभारी डॉ. डेंचिन वांगमों और बीडीओ डॉ. जयवंती ठाकुर ने भी महिलाओं को जागरूक किया। इस मौके पर स्थानीय पंचायत उपप्रधान भूषण सिंह, चैपाड़सा की प्रधान विमला ठाकुर, डॉ. नम्रता विद्यार्थी, डॉ. रीमा भी मौजूद रहीं।
डॉ. ऋचा वर्मा ने कहा कि कुछ शिक्षण संस्थानों में करवाई गई रक्त जांच के दौरान लगभग 90 फीसद छात्राओं में खून की कमी पाई गई है। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए जिले में नुहारी अभियान आरंभ किया जाएगा।