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हिमखंड गिरने से रुका चिनाब का बहाव, प्रशासन अलर्ट

chandrabhaga river drift halted जिला लाहुल-स्पीति में हुई भारी बर्फबारी के बाद हिमंखड गिरने का क्रम बढ़ गया है। हिमखंड गिरने से चिनाब नदी का बहाव कई जगह रुक गया है।

By Rajesh SharmaEdited By: Published: Sat, 23 Feb 2019 03:48 PM (IST)Updated: Sat, 23 Feb 2019 03:48 PM (IST)
हिमखंड गिरने से रुका चिनाब का बहाव, प्रशासन अलर्ट
हिमखंड गिरने से रुका चिनाब का बहाव, प्रशासन अलर्ट

मनाली, जेएनएन। जनजातीय जिला लाहुल-स्पीति में हुई भारी बर्फबारी के बाद हिमंखड गिरने का क्रम बढ़ गया है। हिमखंड गिरने से चिनाब नदी का बहाव कई जगह रुक गया है। इस कारण लोगों में दहशत का माहौल है। वहीं, प्रशासन भी अलर्ट हो गया है। नालों सहित गांव में ऊपर पहाड़ी से हिमखंड गिरने का भी खतरा बना हुआ है। घाटी में इस साल भारी बर्फबारी से लोगों की दिक्कतें बढ़ी हैं।

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लोग घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। सड़कें बंद हो गई हैं, जिससे वाहनों को भी सुविधा नहीं मिल रही है। जगह-जगह हिमखंड गिरने से लोगों में खौफ का माहौल है। 1979 में घाटी में भारी बर्फबारी के बीच सवा दो सौ से अधिक लोग हिमखंड की चपेट में आ गए थे। घाटी के लोग आज भी उन दिनों को भूल नहीं पाए हैं। लोगों को डर है कि लगातार हो रही बर्फबारी से फिर से ऐसे हालात न पैदा हो जाएं। पटन घाटी के अधिकतर नालों में हिमखंड गिरे हैं।

ग्रामीण अनिल और हरि सिंह ने दूरभाष पर बताया कि वीरवार को उनके गांव के पास नाले में भारी भरकम हिमखंड गिरा है, जिससे चिनाब नदी का बहाव रुक गया है। हिमखंड गिरने की आवाज इतनी भयानक थी कि मीलों दूर रह रहे लोग भी डर गए। हिमखंड गिरने के बाद चिनाव का बहाव सामान्य नहीं हुआ है।

यह होता है खतरा

हिमखंड गिरने के कारण नदी का बहाव रुक जाता है। ज्यादा मात्रा में पानी रुकने के कारण दबाव बढऩे पर एकाएक फ्लड छूट जाता है। इस कारण पुल व नदी किनारे के गांवों को खतरा बन जाता है। कई बार प्रशासन बम फोड़कर बहाव को सुचारू करता है।

क्या कहता है प्रशासन

लाहुल-स्पीति उपायुक्त का कार्यभार देख रहे एसडीएम उदयपुर सुभाष गौतम ने बताया प्रशासन अलर्ट है और हालात पर नजर रखे हुए है। उन्होंने घाटी के लोगों से अपील की कि लोग घरों से बाहर न जाएं। प्रशासन स्थिति पर नजर रखे हुए है।


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