काम नहीं आई दुआएं, शोक में डूबा हिमाचल का प्रीणी गांव
हिमाचल प्रदेश के प्रीणी गांव में अटल बिहारी वाजपेयी के निधन की सूचना मिलते ही दुख की लहर दौड़ गई है।
मनाली, जेएनएन। हिमाचल प्रदेश के मनाली के प्रीणी गांव को अपना दूसरा घर मानने वाले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सेहत सुधारने के लिए इस बार दुआएं काम नहीं आ पाई। हर बार गांव के लोग अटल बिहारी वाजपेयी के अस्वस्थ होने पर उनके शीघ्र स्वस्थ होने के लिए न केवल दुआएं करते थे, बल्िक अनुष्ठान का भी आयोजन करते थे। लेकिन इस बार यह सभी दुआएं काम नहीं आ पाई।
प्रीणी वासी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी कि सेहत को लेकर कुछ दिनों से चिंतित थे। ग्रामीणों ने उनकी सेहत में सुधार की कामना को लेकर पंचायत प्रधान शिवदयाल ठाकुर की अध्यक्षता में धार्मिक अनुष्ठान आयोजित किया था।
ग्रामीणों ने जब से पूर्व प्रधानमंत्री जी की अस्पताल में तबियत बिगडऩे की खबर सुनी है तब से प्रीणी के लोग परेशान हो उठे थे। वीरवार को दिन भर प्रीणी वासी टीवी के माध्यम से व एक दूसरे से अपने मुखिया का हाल पूछ रहे है। प्रीणी गांव में आज माहौल गमगीन है तथा सभी अटल जी के स्वास्थ्य की कामना कर रहे थे। पंचायत प्रधान शिव दयाल ठाकुर ने बताया कि जब से ग्रामीणों को अटल जी के स्वास्थ्य बिगडऩे की सूचना मिली है तब से सभी परेशान हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण अपने आरण्यदेवों से उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना कर रहे है।
पूर्व पंचायत प्रधान कुंदन लाल ओर ठाकुर दास ठाकुर ने बताया कि जब प्रधानमंत्री के रूप में अटल जी मनाली आए थे तो प्रीणी गांव में उन्होंने 5 जून 2006 को प्रीणी में पौधा रोपकर विश्व पर्यावरण दिवस मनाया था। अटल जी के द्वारा लगाया गया पौधा आज 12 साल का हो गया है। उन्होंने बताया कि यह पौधा ग्रामीणों को अटल जी की याद दिलाता है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण अटल जी के शीघ्र स्वास्थ्य की कामना कर रहे है। प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर सहित मंत्री गोविंन्द ठाकुर ने उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की । मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि अटल जी का मनाली लगाव कभी भुलाया नहीं जा सकता। प्रीणी गांव में भी अटल बिहारी वाजपेयी का घर है।