फसलों व घराटों को नुकसान पहुंचा रहे जानवर
बर्फबारी के कारण निचले क्षेत्रों में पहुंच गए हैं जंगली जानवर लोगों को रात को देना पड़
संवाद सहयोगी, गुशैणी : ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क सहित उपमंडल के सभी ऊंचे क्षेत्रों में बर्फबारी के कारण अब जंगली जानवर अब मैदानी क्षेत्रों में पहुंच रहे हैं। निचले क्षेत्र की तीर्थन घाटी में यह जंगली जानवर फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। 1190 वर्ग किलोमीटर तक के भू-भाग वाले ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क की ऊंची चोटियों में हिमपात होने से जीव जंतुओं को अब इस क्षेत्र में भोजन नहीं मिल रहा है, जिस कारण यह तीर्थन घाटी में आ रहे हैं। घाटी के मनहार गांव के हेतराम, वेद राम, डोले ¨सह, हरवंश लाल, लोत राम, रामलाल ने बताया कि भालू और अन्य जीव जंतु रिहायशी इलाके में आटा पिसाई के लिए बने घराट में रात के अंधेरे में तबाही मचाकर सारा आटा चट कर रहे हैं। इस कारण ग्रामीणों को घराट में सर्द रातों में पहरेदारी करनी पड़ रही है। नेशनल पार्क में शोध करने पहुंची वन्य प्राणी इंस्टीच्यूट आफ इंडिया की शोधार्थी डॉ. मेघना ने बताया कि पार्क में 60 के करीब ट्रैप कैमरे लगे हैं जिसमें जंगली जानवरों व पक्षियों की गतिविधियां कैद होती हैं। इस क्षेत्र में काफी संख्या में जंगली जीव जंतु हैं और सर्दियों में बर्फबारी के कारण यह निचले क्षेत्रों की ओर रुख कर रहे हैं।
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बर्फबारी के चलते जंगली जानवर व पक्षी निचले क्षेत्रों में भोजन की तलाश में पलायन करते हैं। ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में लगे ट्रैप कैमरों में इनकी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। इसके अलावा शिकारियों पर भी पूरी नजर है।
अजीत ठाकुर, अरण्यपाल ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क शमशी।