Move to Jagran APP

रोहतांग पहुंचा प्रशासन, बीआरओ ने शुरू की बहाली

ोहतांग पहुंचा प्रशासन, बीआरओ ने शुरू की बहालीहिमत, रोहतांग तक पहुंचाई गाड़ियां

By JagranEdited By: Published: Wed, 21 Nov 2018 11:23 PM (IST)Updated: Wed, 21 Nov 2018 11:23 PM (IST)
रोहतांग पहुंचा प्रशासन, बीआरओ ने शुरू की बहाली
रोहतांग पहुंचा प्रशासन, बीआरओ ने शुरू की बहाली

जागरण संवाददाता, मनाली : जनजातीय जिला के लोगों को रोहतांग सुरंग से आवाजाही की अनुमति न मिलने को लेकर चला विवाद बुधवार को थम गया। सरकार व लोगों के दवाब के बीच मनाली प्रशासन लाहुल जाने वाले लोगों सहित रोहतांग दर्रे तक पहुंच गया। फावड़े व बेलचे से बर्फ हटाते हुए वाहन रोहतांग दर्रे से करीब एक किलोमीटर पीछे पहुंच गए। एसडीएम मनाली के साथ आए 12 लोगों ने रोहतांग दर्रे को इसके आगे पैदल पार कर लिया। आठ किलोमीटर बहाली का कार्य शेष रहने की जानकारी मिलने के बाद बीआरओ ने भी दर्रे की ओर डोजर चला दिए। विवाद के बाद बुधवार को बीआरओ ने रोहतांग दर्रे की बहाली का कार्य शुरू कर दिया। इससे पहले 32 लोगों ने रोहतांग दर्रे को पैदल आर पार किया।

loksabha election banner

मनाली-केलंग के 120 किमी लंबे सफर में मनाली प्रशासन की हिम्मत व पहल के बाद अब मात्र आठ किलोमीटर मार्ग बहाली ही शेष है। लाहुल से आए अशोक, राम ¨सह, शाम लाल और देवी ¨सह ने बताया वे सेना में भर्ती हुए हैं। जरूरी कागजात बनाने घर आए थे। नौकरी ज्वाइन करने की तिथि नजदीक होने के कारण उन्होंने लाहुल-स्पीति प्रशासन सहित बीआरओ से आग्रह किया कि उन्हें टनल से भेजा जाए। लेकिन किसी ने उनकी नहीं सुनी। इस पर वह कोकसर से पैदल ही निकल आए। उन्होंने बताया रोहतांग दर्रे पर बर्फ अधिक नहीं है और बीआरओ चाहे तो इसे एक दिन में बहाल कर सकता है।

मनाली से लाहुल गए डॉ. राजेंद्र ठाकुर ने बताया वह उदयपुर में तैनात है और घर छुट्टी आए थे। चार दिन रोहतांग टनल से जाने को इंतजार करने के बाद बात बनती न देख रोहतांग दर्रे से ही निकल आए हैं। लाहुल के मो¨रग निवासी अमर ¨सह और नाल्डा निवासी स्वरूप व देव राज ने बताया बीआरओ द्वारा अनुमति न देने से उनकी उम्मीद तो टूटी। लेकिन हिम्मत नहीं टूटी है। लोगों ने एसडीएम मनाली का आभार जताया है, जिन्होंने लोगों को रोहतांग दर्रे तक वाहन में पहुंचाया।

----

सीमित वाहन ही जाएंगे गुलाबा से आगे : एसडीएम

एसडीएम मनाली रमन घरसंगी ने कहा मनाली से 46 किलोमीटर तक वाहन आसानी से पहुंच गया। शेष सात से आठ किलोमीटर सड़क को बहाल करने के लिए भी बीआरओ ने कार्य शुरू कर दिया है। सड़क की हालत देखकर ही सीमित वाहनों को गुलाबा से आगे जाने की अनुमति रहेगी।

------

रोहतांग दर्रा खोलने के लिए सीमा सड़क संगठन ने यातायात बहाल करने का कार्य शुरू कर दिया है। लोगों से आग्रह है कि निर्माणाधीन सुरंग के बीच न जाएं।

-मनीषा नंदा, एसीएस, लोक निर्माण विभाग।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.