कुल्लू के सात और लाहुल व पांगी के सभी रूट प्रभावित
संवाद सहयोगी, कुल्लू : जिला में बारिश व बर्फबारी से लोगों की दिक्कतें बढ़ने लगी हैं। रोहतांग व जलोड़ी
संवाद सहयोगी, कुल्लू : जिला में बारिश व बर्फबारी से लोगों की दिक्कतें बढ़ने लगी हैं। रोहतांग व जलोड़ी दर्रा ने बर्फ की चादर ओढ़ ली है। जलोड़ी जोत में एक फुट ताजा हिमपात हुआ है। बुधवार सुबह से ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हो रही बर्फबारी के साथ निचले इलाकों में बारिश का क्रम जारी है। जिला में बर्फबारी के कारण सात रूट प्रभावित हुए हैं। मंगलवार से लगातार हो रही बर्फबारी से लाहुल के 14 रूट, पांगी के 18 और कुल्लू जिला के सात रूट प्रभावित हुए हैं। इसमें कुल्लू-बागीपुल,कुल्लू-खोली, मनाली-कोठी, मनाली-सोलंगनाला, बंजार-शरची वाया गुशैणी और कुल्लू-चमन, भुंतर-बडोगी, कुल्लू-सजौनी-बालु पंडीर मार्ग बंद हुए हैं। इनमें से कुछ रूटों पर आधे तक बसें भेजी जा रही हैं। उन्होंने बताया कि केलंग से दारचा, केलंग से कोकसर, केलंग से सिसू आदि सभी 14 रूट बर्फबारी के कारण प्रभावित हुए हैं। जबकि पांगी में केलाड़ से शुलबाज, केलाड़ से मूथी, केलाड़ से दलवार, श्वाल आदि सभी 18 रूट प्रभावित हुए हैं। लाहुल और पांगी के सभी रूटों पर एचआरटीसी की बसें भेजना बंद कर दिया है। सबसे ज्यादा लाहुल के लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। लाहुल के लोग घरों में कैद हो गए हैं।
एनएच-305 सड़क मार्ग पर पड़ने वाले जलोड़ी दर्रा में ताजा हिमपात से बस रूट बाधित हुए हैं। बर्फबारी के दौरान प्रशासन ने वाहन चालकों को जलोड़ी दर्रा पार न करने के निर्देश दिए हैं। प्रशासन की ओर से लोगों को बर्फबारी के बाद मार्ग पर फिसलन होने के कारण वाहन चलाकर या पैदल इस मार्ग को पार न करने की सलाह दी है।
बढ़ सकती हैं लोगों की दिक्कतें
मौसम के तेवर ऐसे ही रहे तो लोगों की दिक्कतें और बढ़ सकती हैं। जलोड़ी जोत सहित रोहतांग दर्रे, धुंधी जोत, हामटा की पहाड़ियों, भृगु व दशौहर से लेकर चंद्रखणी जोत, लगवैली, मणिकर्ण घाटी, तीर्थन घाटी, बाह्य सराज सहित ऊंची चोटियों पर बर्फबारी का दौर चला हुआ है। इन दिनों मनाली में सैलानियों की आमद बढ़ना शुरू हो गई है।
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कुल्लू जिला के सात और लाहुल व पांगी के सभी रूट प्रभावित हुए हैं। कुल्लू के कुछ रूटों पर आधे रास्ते तक बसें भेजी जा रही हैं, जबकि लाहुल के 14 और पांगी के 18 रूट आज बंद हैं। चालकों व परिचालकों को निर्देश दिए गए हैं कि जोखिम न लें और बसों को सुरक्षित स्थान पर रखें।
- मंगल चंद मनेपा, क्षेत्रीय प्रबंधक कुल्लू व लाहुल-स्पीति।