लाहुल स्पीति में दो हजार पर्यटक और चार सौ गाड़िया फंसी, जानें क्या है कारण
मनाली-लेह व मनाली काजा मार्ग के तीन दिन से बंद रहने की वजह से कई सैलानी अपने वाहनों में ही रहने को मजबूर है यहां 2000 पर्यटक फंसे हुए हैं।
मनाली, जेएनएन। तीन दिन से मनाली-लेह व मनाली काजा मार्ग बंद होने से जिला लाहुल स्पीति में 2000 पर्यटक फंस गए हैं। कोकसर और सिस्सु के बीच 400 गाड़िया फंसी हुई हैं। इन दोनों जगहों पर ही करीब एक हजार से अधिक पर्यटक फंसे है। यहां पागलनाले में आई बाढ़ ने पर्यटकों की राह रोकी है। रविवार से सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की मशीनरी मार्ग की बहाली में जुटी है। अब तक मार्ग बहाल न होने से सैलानी सिस्सु के होटलों व लोगों के घरों में शरण लिए हुए हैं। कई सैलानी अपने वाहनों में ही रहने को मजबूर है।
सिस्सु में परिवार सहित तीन दिन से फंसे अजित शर्मा, सोमदेव व राहुल ने बताया कि बीआरओ एक जेसीबी से मार्ग की बहाली में जुटा है। सिस्सु में उनके साथ 1000 के लगभग पर्यटक व लोग फंसे हुए है। जिस गति से बीआरओ जुटा है उससे सोमवार तक मार्ग बहाली की उम्मीद नहीं की जा सकती। वहीं, मनाली-लेह मार्ग पर दारचा में मनाली से लेह जा रहे 200 पर्यटक फंसे हुए हैं। लेह से मनाली आ रहे करीब 200 से अधिक पर्यटक सरचू में शरण लिए हुए है।
मनाली-काजा मार्ग में चंद्रताल सहित लोसर छोटा दड़ा में फंसे 300 से अधिक सैलानी सोमवार को स्पीति प्रशासन ने काजा में रेस्क्यू किए हैं। ग्रांफू सहित वाया किन्नौरशिमला सड़क बंद होने से इन पर्यटकों सहित
स्पीति के लोसर, रंगरिक, ताबो और काजा में 600 से अधिक पर्यटक फंसे हुए हैं। बीआरओ कमांडर कर्नल उमा शंकर ने बताया कि ग्रांफू काजा सहित मनाली-लेह मार्ग की बहाली जारी है।
इस राज्य में भारी बारिश और भूस्खलन मचा सकते है भयंकर तबाही, रेड अलर्ट जारी
राशन की आ सकती है दिक्कत
इतनी अधिक संख्या में पर्यटकों के फंसे होने के कारण सिसु और आसपास के इलाकों में राशन की कमी हो सकती है। हालांकि अभी तक ढाबों आदि में लोग व पर्यटक खाना खा रहे हैं। अगर जल्द मार्ग बहाल न हुए और और लोगों को रेस्क्यू नहीं किया गया तो यहां पर स्थित गंभीर हो सकती है। मौसम खराब होने से पागलनाला उफान मार रहा है। यहां पर वाहनों की लंबी लाइन लगी है।
लाहुल स्पीति में दो हजार पर्यटक और चार सौ गाड़िया फंसी, जानें क्या है कारण
स्वारघाट में जाम में फंसी बच्ची की मौत
चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग शनिवार रात 12 बजे के करीब अवरुद्ध हो गया था। जाम लगने से परमेरी निवासी बहादरपुर उत्तर प्रदेश की बच्ची की मौत हो गई। स्थानीय लोगों ने 3500 रुपये एकत्रित कर बच्ची को दफनाने के लिए परमेरी को दिए। बताया जा रहा कि परमेरी मंडी में मजदूरी करता है। वह परिवार के साथ घर जा रहा था। स्वारघाट के पास भूस्खलन होने से एनएच बंद हो गया। परमेरी भी परिवार के साथ जाम में फंस गया और स्वारघाट में रुक गया। उसके पास न तो किराये के लिए पैसे बचे थे और न ही खाने का सामान। इस दौरान उसकी दुधमुंही बच्ची की मौत हो गई। एसपी साक्षी वर्मा ने कहा उन्हें घटना की जानकारी मिली है। पीड़ित परिवार को बुलाकर बच्ची की मौत के कारणोें का पता लगाया जाएगा।