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लाहुल घाटी में हिमपात, सड़कें बंद होने से कृषि मंत्री काजा में फंसे

लाहुल-स्‍पीति के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फ़बारी शुरू हो गई है। त्रिलोकीनाथ से मणिमहेश पैदल जाने वाले लोगों की दिक्कत बढ़ा दी है।

By Rajesh SharmaEdited By: Published: Sun, 18 Aug 2019 01:12 PM (IST)Updated: Sun, 18 Aug 2019 04:57 PM (IST)
लाहुल घाटी में हिमपात, सड़कें बंद होने से कृषि मंत्री काजा में फंसे
लाहुल घाटी में हिमपात, सड़कें बंद होने से कृषि मंत्री काजा में फंसे

मनाली, जेएनएन। भारी बारिश से लाहुल-स्‍पीति में भूस्खलन और बाढ़ आने से अधिकतर मार्ग बंद हो गए हैं। लादरचा मेले का आगाज करने काजा गए कृषि मंत्री डॉक्‍टर रामलाल मार्कंडेय भी काजा में फंस गए हैं। स्पीति-काजा मार्ग के छोटा दड़ा में भी कई वाहन फंसे हैं। वहीं, लाहुल-स्‍पीति के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फ़बारी शुरू हो गई है। त्रिलोकीनाथ से मणिमहेश पैदल जाने वाले लोगों की दिक्कत बढ़ा दी है। आज विधिवत पूजा अर्चना करने के बाद श्रद्धालुओ का जत्‍था त्रिलोकीनाथ से मणिमहेश रवाना होना था। लाहुल की केलंग, जिस्पा, दारचा, नेनगार और मायड़ घाटी में हलकी बर्फ़बारी हुई है। इसके अलावाबारालाचा, रोहतांग व शिंकुला दर्रे में भी हिमपात हो रहा है।

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उधर, लाहुल घाटी सहित पहाड़ों में हो रही बर्फबारी व खराब मौसम पर देव आस्था भारी है। लाहुल का धार्मिक पर्यटन स्थल त्रिलोकीनाथ रविवार सुबह ही भोलेनाथ के जयकारों से गूंज उठा। पहाड़ों में हो रही बर्फबारी की परवाह न करते हुए इन श्रद्धालुओं ने विधिवत पूजा अर्चना व देव आज्ञा पाकर मणिमहेश का रुख कर लिया। देव आस्था के आगे पथरीली राहें भी आसान हो जाती हैं। लाहुल की पटन घाटी का पोरी मेला संपन्न होते ही रविवार को त्रिलोकीनाथ से सैकड़ों श्रद्धालुआें का जत्था मणिमहेश के लिए रवाना हो गया। रविवार को यह जत्था त्रिलोकीनाथ से रवाना हुआ।


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