अस्पताल में कोरोना जांच की आड़ में नहीं मिला इमरजेंसी इलाज महिला की हुई मौत,परिजनों ने डॉक्टरों की लापरवाही को ठहराया जिम्मेदार
डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक विवाहित महिला की मौत पर मृतक महिला के परिजनों ने टांडा मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है।
कांगड़ा,जेएनएन। डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक विवाहित महिला की मौत पर मृतक महिला के परिजनों ने टांडा मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। इस दौरान मृतक महिला के परिजनों ने टांडा मेडिकल कॉलेज के बाहर रोष भी प्रकट किया। जानकारी के अनुसार टांडा मेडिकल कॉलेज में वीरवार सायं छह बजे गंभीर हालत में एक विवाहित औरत को लाया गया था और रात भर इलाज ना मिलने के कारण महिला की मौत हो गई।
महिला के जीजा पवन कुमार निवासी जसूर तहसील नूरपुर जिला कांगड़ा ने बताया कि उसकी साली सीमा देवी(32 वर्षीय) पत्नी भजन सिंह निवासी कंदौर तहसील फतेहपुर को पिछले कल टांडा मेडिकल कॉलेज में गंभीर हालत में लाया गया था परंतु कोरोना रिपोर्ट इंतजार में डाक्टरों द्वारा उसका इलाज नहीं किया गया जिसके कारण सुबह उसकी मृत्यु हो गई। उन्होंने बताया कि मृतका ने 11 अगस्त 2020 को पठानकोट के निजी हॉस्पिटल एक बेटी को जन्म दिया था और 5 दिन के बाद अस्पताल से छुट्टी मिल गई। घर पहुंचने के 2 दिन बाद उसके व्यवहार में बदलाव आया और व मानिसक रोगी जैसी हरकते करने लगी जिस पर उन्होंने उसे फिर पठानकोट में दिखाया जहाँ पर डॉक्टरों द्वारा परामर्श दिया कि इसे किसी मानिसक रोग चिकित्सक को दिखाएं जिस पर उसके परिजन इसे कल शाम टांडा मेडिकल कॉलेज ले आये। उन्होंने बताया कि पिछले कल महिला की हालत काफी गंभीर थी और उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। टांडा मेडिकल कॉलेज के एमरजेंसी में बताया गया कि महिला अन्य राज्य से आई है तो इसकी पहले कोरोना जांच होगी ओर उसके बाद इसका इलाज शुरू होगा। उन्होंने महिला की गंभीर हालत होने के बावजूद महिला को टांडा के सेरी वार्ड में भेज दिया जहां पर उसे कोई भी उपचार नहीं दिया गया जबकि पूरी रात वो साँस लेने की तकलीफ से तड़पती रही। उन्होंने बताया कि परिजनों ने डॉक्टरों को उपचार करने के लिए बार बार अपील की तो उनका कहना था जब तक उसकी कोरोना की रिपोर्ट नहीं आती इसका उपचार नहीं होगा। उन्होंने बताया कि रात को ही कोरोना का सैंपल लिया गया। गुरुवार को सुबह आठ बजे महिला की हालत काफी खराब हो गयी तो डॉक्टरों द्वारा इसे उपचार दिया गया जबकि उस समय बहुत देर हो गयी थी और गुरूवार दोपहर को महिला की मौत हो गयी। परजिनों का आरोप है कि कल शाम को डॉक्टरों द्वारा इसका उपचार शुरू हो जाता तो वो बच सकती थी। परिजनों का कहना था कि दोपहर को महिला की कोरोना रिपोर्ट नेगटिव आई जिससे डाक्टरों व टांडा मेडिकल कॉलेज की लापरवाही से विवाहित महिला मौत के मुंह में चली गई। वहीं मामला गंभीर होता देख कांगड़ा पुलिस भी मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर उसका पोस्टमार्टम करवाया और पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। थाना प्रभारी कांगड़ा भारत भूषण ने बताया कि मृतक महिला का पोस्टमार्टम करवा दिया गया है और पुलिस इस मामले में जांच कर रही है। उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट व जांच के आधार पर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।