प्लास्टिक का काम देने पर भड़की महिलाएं
ज्वालामुखी के नगर परिषद कार्यालय में वीरवार को महिलाओं ने हंगामा कर दिया।
संवाद सूत्र, सपड़ी (ज्वालामुखी) : ज्वालामुखी के नगर परिषद कार्यालय में वीरवार को महिलाओं ने हल्ला बोल दिया और काम करने से इन्कार कर दिया। मामला इस तरह से भड़का कि मुख्यमंत्री शहरी आजीविका गारंटी योजना के तहत नगर परिषद द्वारा करीब 40 महिला मजदूरों को 12 किलोमीटर दूर सुराणी में सॉलिड बेस में गंदगी के ढेर से प्लास्टिक के लिफाफे अलग करने का कार्य दे दिया गया। लेकिन महिलाओं ने सुराणी में काम देखकर इसे करने से इन्कार कर दिया।
महिलाओं शांति, सरोजनी देवी, सुमन, कंचन बाला, निशा देवी, पुष्पा, सिमरो, पवना का कहना है कि उन्हें नगर परिषद के सात वार्डो में जो भी कार्य है जैसे सफाई, झाड़ियां साफ करना, रास्ते, पुली व अन्य निर्माण कार्य वह करेंगी, लेकिन गंदगी उठाने का कार्य नहीं करेंगी। महिलाओं का आरोप है कि उन्हें कार्य करने के लिए ग्लब्ज, मास्क और सैनेटाइजर नहीं दिए गए। कोरोना संकट में सुरक्षा की दृष्टि से भी कोई इंतजाम नहीं किए गए।
नगर परिषद कार्यालय में काफी गहमागहमी का माहौल रहा। कार्यालय में नगर परिषद के सभी पार्षद भी मौजूद रहे। उन्होंने भी महिलाओं को शहर में कार्य करवाने को कहा। महिलाओं का आरोप है कि जब उनका जॉब कार्ड बनाया गया, तब उसमें नहीं बताया गया था कि इस तरह का कार्य भी करना है, जबकि कार्यकारी अधिकारी का कहना है कि महिलाओं को बताया गया था।
नगर परिषद कार्यकारी अधिकारी कंचन बाला का कहना है कि मुख्यमंत्री शहरी आजीविका गारंटी योजना के तहत 120 दिन का कार्य दिया गया है। जिनका कार्ड बना हुआ है उन्हें ज्वालामुखी में भी कार्य दिए गए। अब जो नोटिफिकेशन है उसमें लिखा गया है कि सॉलिड बेस में भी कार्य करना है, लेकिन महिलाएं इन्कार कर रही हैं। वहां पर सिर्फ प्लास्टिक अलग किया गया है, उसे ही डालना था, लेकिन उसको भी करने से इन्कार कर दिया गया। मास्क, ग्लब्ज भी उपलब्ध करवाए गए हैं।