पौंग बांध से आज छोड़ा जाएगा पानी, पंजाब में बढ़ सकती हैं मुश्किलें
ब्यास नदी पर हिमाचल व पंजाब की सीमा में कांगड़ा जिला के एक छोर में बने पौंग बांध में बारिश से एक दिन में ही दस फीट जलस्तर बढ़ गया है।
जेएनएन, धर्मशाला/फतेहपुर: हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा में ब्यास नदी पर बने पौंग बांध में बारिश्ा व मंडी में पंडोह बांध से हो रही पानी की निकासी से जलस्तर बढ़ने लगा है। एक दिन में ही पौंग बांध में दस फीट की बढ़ोतरी हुई है। मूसलधार बारिश से पौंग बांध में पानी की आमद एकदम बढ़ गई है। मंगलवार को पौंग बांध का जलस्तर 1348.42 फीट पहुंच गया है। पौंग बांध में लागतार दो लाख उन्नीस हजार पांच सौ चार क्यूसिक पानी की आमद हो रही है। जबकि 510 क्यूसिक पानी छोड़ा जा रहा है।
इस बीच बढ़ रहे जलस्तर को देखते हुए आज पौंग बांध से पानी की निकासी की जाएगी। जिला राजस्व अधिकारी संजीव कुमार ने बताया कि पौंग बांध में सिल्ट फ्लशिंग का कार्य 14 अगस्त को सायं 3 बजे
तक किया जाएगा। इस दौरान पौंग बांध से पानी छोड़ा जाएगा। उन्होंने इस कार्य के दौरान बांध क्षेत्र के निचले इलाकों में लोगों से सचेत रहने एवं ब्यास नदी के किनारे न जाने का आहवान किया। पौंग बांध के निचली तरफ ब्यास नदी के किनारे हिमाचल व पंजाब का मंड क्षेत्र व मुकेरियां के कई गांव आते हैं। बरसात में यहां पौंग बांध का पानी छोड़ने से लोगों की दिक्कत बढ़ जाती है।
सोमवार को पौंग बांध में जलस्तर 1338 फीट था। जबकि मंगलवार को पौंग में करीब दस फीट पानी की बढोतरी के साथ जलस्तर 1348.42 फीट तक पहुंच गया है। हालांकि पिछले साल की तुलना में पौंग
का जलस्तर अभी तक करीब तीस फीट कम है। बीबीएमबी ने पौंग में 1390 फीट पर खतरे का निशान अंकित किया हुआ है। खतरे के निशान से अभी भी पौंग का जलस्तर करीब चालीस फीट दूर है। ऐसे में बांध में पानी स्टोर भी किया जा रहा है। लेकिन बढ़ रहे जलस्तर व सिल्ट फ्लशिंग के कार्य के कारण अब पंजाब व मंड के कुछ क्षेत्रों में हालात खराब हो सकते हैं। यहां बिजली उत्पादन के लिए छह टरबाइन है। इसमें अभी एक टरबाइन चलाई जा रही है।