सुल्याली पेयजल योजना ध्वस्त, चार हजार की आबादी प्यासी
सुल्याली में आइपीएच विभाग की पेयजल योजना पहाड़ी का मलबा गिरने से ध्वस्त हो गई है जिससे चार हजार की आबादी प्रभावित हुई है।
जसूर, जेएनएन। उपमंडल नूरपुर की पंचायत सुल्याली में आइपीएच विभाग की पेयजल योजना सोमवार को पहाड़ी का मलबा गिरने से ध्वस्त हो गई है। इससे क्षेत्र की चार हजार की आबादी प्रभावित हुई है। यह उठाऊ पेयजल योजना सुल्याली, नेरा, बारडी व हटली गांवों को पानी मुहैया करवाती थी।
पेयजल योजना डिबकेश्वर महादेव मंदिर के साथ लगते नाले के समीप थी और इसके ऊपर पहाड़ी थी। बीते कुछ दिनों से मूसलधार बारिश के कारण पहाड़ी खिसक रही थी। सोमवार सुबह करीब आठ बजे पहाड़ी का मलबा पेयजल योजना पर गिर गया और इससे भंडारण टैंक का नामोनिशान मिट गया है तो पंप हाउस को भी काफी नुकसान हुआ है।
गनीमत यह रही कि हादसे के समय कोई कर्मचारी या अन्य लोग घटनास्थल पर नहीं थे। पंचायत उपप्रधान नरेश कुमार ने आइपीएच विभाग से मांग की है कि लोगों को पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जाए। उधर, इस संबंध में आइपीएच विभाग नूरपुर के सहायक अभियंता दविंदर राणा ने बताया कि उठाऊ पेयजल योजना से चार हजार की आबादी प्रभावित हुई है। 75 हजार लीटर की
क्षमता वाले भंडारण टैंक पर मलबा गिरा है। साथ ही पंप हाउस को भी क्षति हुई है। पहाड़ी में भूस्खलन के कारण यह नुकसान हुआ है।
पेयजल योजना को पहुंचे नुकसान का जायजा आइपीएच विभाग के अधिकारियों के साथ घटनास्थल पर जाकर लिया है। विभाग को निर्देश दिए हैं कि जब तक पेयजल योजना दुरुस्त नहीं होती तब तक वैकल्पिक व्यवस्था कर लोगों को पीने का पानी मुहैया करवाया जाए।
-डॉ. सुरेंद्र ठाकुर, एसडीएम नूरपुर
शिवनगरी में चार दिन बाद हो रही आपूति
बरसात में भी शिवनगरी बैजनाथ के बाशिंदों के हलक सूखे हैं। उपमंडल बैजनाथ के कई गांवों में पेयजल किल्लत हो गई है और लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सोमवार को बैजनाथ के साथ-साथ निचले इलाकों में पानी नहीं आया। साथ ही बीड़ क्षेत्र के गांवों में एक माह से चार दिन बाद पानी आ रहा है। ग्रामीणों के अनुसार, वे इस बाबत विभाग से कई बार शिकायत कर चुके हैं लेकिन समस्या जस
की तस बनी हुई है। बैजनाथ के मुख्य बाजार, शिव मंदिर व पंडोल रोड में पानी की सप्लाई न आने से लोगों को पेयजल स्रोतों पर निर्भर रहना पड़ रहा है। ग्रामीणों सुनील, कुलदीप, मुनीश, राजेंद्र, दीपक, कांता व रमेश ने बताया कि बैजनाथ में हर बरसात में पीने के पानी की समस्या होती है तथा विभाग के पास जवाब होता है कि पाइप लाइन टूट गई है। अगर हर बरसात में एक ही जगह से पाइप लाइन टूटती है तो विभाग समस्या का समाधान एक ही बार क्यों नहीं करता है। साथ ही बीड़, अप्पर बीड़, लंबाहार, चौगान व
कोटली में भी कई-कई दिन बाद पानी की सप्लाई की जा रही है। लोगों की मानें तो पेयजल पाइपों में जगह-जगह फंस रहे कचरे से यह समस्या आ रही है। उन्होंने बताया कि विभाग ने फिल्टर बेड तो बना दिए हैं, लेकिन अभी तक उन्हें शुरू नहीं किया है।
उधर, विभाग के सहायक अभियंता नरेश कुमार ने बताया कि पाइप लाइन टूटने से बैजनाथ व अन्य गांवों में सप्लाई सोमवार को नहीं हो पाई है। मंगलवार सुबह आपूर्ति सुचारू कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि बीड़ गांव की शिकायत उनके पास आई थी और जेई को इस बाबत निर्देश दिए हैं।