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पालमपुर उपमंडल से तीसरे विधानसभा अध्यक्ष होंगे विपिन परमार, मंत्री पद को लेकर भी बना यह रिकॉर्ड

Vidhansabha Chairman उपमंडल पालमपुर से एक बार फिर विधानसभा अध्यक्ष की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भाजपा नेता विपिन सिंह परमार को सौंपी गई है।

By Rajesh SharmaEdited By: Published: Tue, 25 Feb 2020 04:11 PM (IST)Updated: Tue, 25 Feb 2020 04:11 PM (IST)
पालमपुर उपमंडल से तीसरे विधानसभा अध्यक्ष होंगे विपिन परमार, मंत्री पद को लेकर भी बना यह रिकॉर्ड
पालमपुर उपमंडल से तीसरे विधानसभा अध्यक्ष होंगे विपिन परमार, मंत्री पद को लेकर भी बना यह रिकॉर्ड

पालमपुर, शारदाआनंद गौतम। उपमंडल पालमपुर से एक बार फिर विधानसभा अध्यक्ष की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भाजपा नेता विपिन सिंह परमार को सौंपी गई है। उपमंडल के सुलह विधानसभा क्षेत्र से विपिन परमार विधायक हैं। इससे पहले उन्हें स्वास्थ्य व आयुर्वेद विभाग का दायित्व सौंपा गया था। डॉक्टर राजीव बिंदल को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की बागडोर सौंपने के बाद विधानसभा अध्यक्ष का पद खाली हुआ था। ऐसे मेंं संगठन मेंं अनुभव और वरिष्ठता के कारण विपिन परमार को विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए चुना गया है।

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पालमपुर उपमंडल से पहले चौधरी सरवण कुमार भाजपा सरकार के समय विधानसभा अध्यक्ष रह चुके हैं। इसके अलावा कांग्रेस सरकार मेंं पालमपुर के ही विधायक एवं दिग्गज नेता बृज बिहारी लाल बुटेल को विधानसभा अध्यक्ष बनाया गया था। लिहाज़ा पालमपुर के बाद अब सुलह विधानसभा क्षेत्र को मंत्री के बाद विधानसभा अध्यक्ष की जि़म्मेदारी मिली है।

सुलह को पांच साल तक नहीं मिला मंत्री पद

शांता कुमार सुलह की जनता को मुख्यमंत्री के रूप मेंं दो बार मिले मगर दोनों बार वह अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए। शांता के बाद सुलह की जनता को मंत्री पद के रूप में राणा मान चंद मिले मगर उन्हें यह जि़म्मेदारी कु़छ अरसे के लिए मिली थी। अब विपिन सिंह परमार भी दो साल मंत्री रह पाए। सुलह को पूरे पांच साल तक मंत्री पद नहीं मिल पाया है।

स्‍वास्थ्य मंत्री का विधानसभा अध्यक्ष पद से नाता

प्रदेश की विभिन्न सरकारों में स्वास्थ्य मंत्री रहे विधायकों का विधानसभा अध्यक्ष पद से गहरा नाता लगता है। क्योंकि इस सीट पर बैठने वाले कई विधायक अपनी-अपनी सरकारों में स्वास्थ्य मंत्री रहे हैं। चाहे कौल सिंह ठाकुर हों या डॉ. राजीव बिंदल और अब विपिन सिंह परमार इस फेहरिस्‍त में आ गया है। ये तीनों अपनी-अपनी सरकारों में स्वास्थ्य मंत्री रहे हैं और फिर विधानसभा अध्यक्ष पद पर विराजमान हुए हैं। कौल सिंह ठाकुर, वीरभद्र सिंह सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहने के साथ-साथ विधानसभा अध्यक्ष रहे हैं। डॉ. राजीव बिंदल भी विधानसभा अध्यक्ष बनने से पहले पूर्व धूमल सरकार में स्वास्थ्य मंत्री थे और अब विपिन परमार मौजूदा जयराम ठाकुर सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे और अब विधानसभा अध्यक्ष बनने जा रहे हैं।


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